आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
फिल्मफेयर की रिपोर्ट के अनुसार, बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र, जिन्हें प्यार से “ही-में” और “धरम पाजी” कहा जाता था, का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबे समय से उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे धर्मेंद्र ने मुंबई में अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। इस महीने की शुरुआत में उन्हें सांस संबंधी जटिलताओं के कारण ब्रिच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
धर्मेंद्र के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके चाहने वाले, सहकर्मी और फिल्म इंडस्ट्री के सितारे इस समाचार से गहरे स्तब्ध हैं।

धर्मेंद्र ने 1960 में बॉलीवुड में कदम रखा और जल्दी ही सुपरस्टार बन गए। उन्हें रोमांटिक हीरो से लेकर एक्शन स्टार तक की विविध भूमिकाओं में महारत हासिल थी। उनके करियर में 300 से अधिक फिल्में शामिल हैं, जिनमें से कई आज भी क्लासिक्स मानी जाती हैं। उनकी यादगार भूमिकाओं में “शोले” में वीरू का किरदार, “फूल और पत्थर,” “सीता और गीता,” “चुपके चुपके,” “धरम वीर” और “प्रतिज्ञा” शामिल हैं। उनके स्वाभाविक आकर्षण और मजबूत स्क्रीन उपस्थिति ने उन्हें दुनिया भर में लाखों फैंस दिला दिए।

धर्मेंद्र को 1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया और 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से नवाज़ा। उनकी आखिरी फिल्म 2024 में आई “तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया” थी, जिसमें उन्होंने शाहिद कपूर के दादा का किरदार निभाया। इसके अलावा वे ब्लॉकबस्टर रोमांटिक-कॉमेडी “रॉकी और रानी की प्रेम कहानी” में भी नजर आए। उनकी अंतिम फिल्म होगी “इक्कीस”, जिसमें वे अगस्त्य नांदा के दादा का किरदार निभाएंगे।
धर्मेंद्र अपनी पत्नी अभिनेत्री हेमा मालिनी, पहली पत्नी प्रकाश कौर, और अपने बच्चों—अभिनेता सनी देओल, बॉबी देओल, और बेटियों ईशा देओल और अहाना देओल—के बीच जीवित हैं। उनके जाने का खालीपन हमेशा महसूस होगा, लेकिन उनके सिनेमा में योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और दर्शकों के लिए मनोरंजन का स्रोत बने रहेगा।