भुवनेश्वर
बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने बुधवार को ओड़िशा सरकार से अपील की कि वे एक फिल्म संरक्षण नीति तैयार करें और पुरानी ओड़िया फिल्मों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने के उपाय करें।
बच्चन ने यह अपील 10वें फिल्म प्रिज़र्वेशन और रेस्टोरेशन वर्कशॉप इंडिया (FPRWI 2025) के उद्घाटन समारोह में वर्चुअली शामिल होकर की। इस वर्कशॉप का आयोजन फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (FHF) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव्स (FIAF) द्वारा किया गया।
अभिनेत्री वहीदा रहमान भी भुवनेश्वर के कला भूमि में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए ओड़िशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मज़ी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ओड़िया फिल्मों के रिस्टोरेशन के लिए FHF के साथ समझौता करेगी।
ओड़िया फिल्मों की प्रशंसा करते हुए बच्चन ने कहा कि संग्रह और संरक्षण नीति के अभाव में निराद मोहापात्रा, मनमोहन महापात्रा, प्रफुल्ल सेनगुप्ता, निताई पालित, पार्वती घोष और प्रशांत नंदा जैसे प्रतिष्ठित फिल्मकारों की कई महत्वपूर्ण रचनाएँ खोने के खतरे में हैं।
उन्होंने कहा, "यदि आप फिल्मों से प्यार करते हैं और हमारे सिनेमाई धरोहर के भविष्य की चिंता करते हैं, तो हमारे मिशन में जुड़ें और हमारी फिल्मों को आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाने में मदद करें।"
राज्य की समृद्ध सिनेमाई विरासत की सराहना करते हुए वहीदा रहमान ने संरक्षण के महत्व पर जोर दिया।
FHF के निदेशक शिवेंद्र सिंह डुंगरपुर ने बताया कि न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट और ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट के फैकल्टी इस वर्कशॉप में फिल्म संरक्षण के हर पहलू में प्रशिक्षण देंगे।
इस वर्कशॉप में देशभर के प्रसिद्ध फिल्मकार, शोधकर्ता और क्यूरेटर भाग ले रहे हैं, और यह कार्यक्रम 19 नवंबर तक चलेगा।