जामिया में 'एआई: अकादमिक समन्वय के लिए रिफ्रेशर कोर्स

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-08-2025
Two-week refresher course on 'AI: A Catalyst for Academic Coordination' launched at Jamia Millia Islamia
Two-week refresher course on 'AI: A Catalyst for Academic Coordination' launched at Jamia Millia Islamia

 

नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) द्वारा आज से एक विशेष दो सप्ताहीय मल्टीडिसिप्लीनरी रिफ्रेशर कोर्स की शुरुआत की गई। यह पाठ्यक्रम 6 से 22 अगस्त, 2025 तक हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है, जिसका विषय है – ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: एआई एज़ कैटेलिस्ट फॉर अकेडमिक सिनर्जी’

इस कोर्स में देश भर के 12 राज्यों से 91 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं, जो विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों से संबंधित हैं। उद्घाटन सत्र की शुरुआत रिफ्रेशर कोर्स के तीन प्रमुख समन्वयकों – प्रो. सरफराज मसूद (कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग), प्रो. मनसफ आलम और डॉ. खालिद रज़ा (कंप्यूटर विज्ञान विभाग) के स्वागत व परिचय से हुई। इनका परिचय एमएमटीटीसी की मानद निदेशक प्रो. कुलविंदर कौर और डॉ. शहला तरन्नुम द्वारा कराया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और एफटीके-सीआईटी, जामिया के अतिरिक्त निदेशक प्रो. तनवीर अहमद ने एआई की बढ़ती उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें इसकी संभावनाओं से डरने की बजाय इसे अपने दैनिक जीवन और शैक्षणिक प्रक्रिया में अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि कैसे एआई आज इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभा रहा है।

कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता, प्रो. ज़ाहिद रज़ा (डीन, स्कूल ऑफ कंप्यूटर सिस्टम साइंसेज, जेएनयू, नई दिल्ली) ने प्रतिभागियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मूलभूत अवधारणाओं से परिचित कराया। उन्होंने एआई के "अच्छे, बुरे और भद्दे" पहलुओं को समझाते हुए बताया कि कैसे इन चुनौतियों को जिम्मेदारीपूर्वक तकनीकी उपयोग से कम किया जा सकता है।

कार्यक्रम का समापन डॉ. खालिद रज़ा के धन्यवाद ज्ञापन और सभी प्रतिभागियों व आयोजकों की सामूहिक तस्वीर के साथ हुआ। यह कोर्स प्रतिभागियों को न केवल एआई के तकनीकी पहलुओं से जोड़ता है, बल्कि उन्हें इसके शैक्षणिक और व्यावहारिक उपयोग को लेकर एक नई दृष्टि भी प्रदान करता है।