आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के लिए गर्व की बात है कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो अरशद नूर सिद्दीकी को अमेरिका के अल्बुकर्क स्थित सैंडिया नेशनल लेबोरेटरी के बहुराष्ट्रीय संघ में भारतीय सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.
सैंडिया अमेरिका के ऊर्जा विभाग के अंतर्गत कार्य करने वाला एक सरकारी निकाय है. सैंडिया नेशनल लेबोरेटरी के "एशिया रिसर्च सिक्योरिटी कंसोर्टियम" में प्रमुख एशियाई देशों के सदस्य हैं. प्रो सिद्दीकी को भारतीय सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.
वह अगस्त 2024 के तीसरे सप्ताह में सिंगापुर में आयोजित होने वाली कार्यशाला में भी भाग लेंगे, जिसे पूरी तरह से सैंडिया द्वारा वित्त पोषित किया गया है. इसका उद्देश्य शोध सुरक्षा ढांचा तैयार करना है.
प्रो सिद्दीकी को " फ्रिकशन स्टिर वेल्डिंग फॉर एयरोस्पेस " के लिए अमेरिकन वेल्डिंग सोसाइटी उपसमिति के सदस्य के रूप में भी शामिल किया गया है. उपसमिति एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए फ्रिकशन स्टिर वेल्डिंग और फ्रिकशन स्टिर योजक विनिर्माण के लिए तकनीकी विनिर्देश/ अमेरिकन वेल्डिंग सोसाइटी मानकों के विकास का कार्य देखती है.
प्रो सिद्दीकी को उपसमिति के टास्क ग्रुप "डेफ़िनिशंस एंड टर्मिनोलोजी" में भी शामिल किया गया है.सैंडिया नेशनल लेबोरेटरी और अमेरिकन वेल्डिंग सोसाइटी, दोनों ही प्रतिष्ठित और शीर्ष अंतरराष्ट्रीय निकाय हैं. उनमें स्थान पाना अंतरराष्ट्रीय ख्याति का विषय है.
प्रो सिद्दीकी के फ्रिकशन स्टिर वेल्डिंग /प्रसंस्करण और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तथा नई सामग्री विकास पर अत्यधिक केंद्रित शोध कार्य को अत्यधिक मान्यता मिली है . इसके परिणामस्वरूप कनाडा, यूके, चीन, रूस तथा यूएसए के प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं के साथ सहयोग के माध्यम से सहयोगात्मक कार्य हुआ है.