पेमेंट ऐप में बग का पता लगाने पर एनआईटी श्रीनगर के तबरेज आलम को मिला नकद पुरस्कार

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  [email protected] | Date 15-06-2022
पेमेंट ऐप में बग का पता लगाने पर एनआईटी श्रीनगर के तबरेज आलम को मिला नकद पुरस्कार
पेमेंट ऐप में बग का पता लगाने पर एनआईटी श्रीनगर के तबरेज आलम को मिला नकद पुरस्कार

 

मोहम्मद अकरम / श्रीनगर/ मोतिहारी (बिहार)

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) श्रीनगर में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के छठे सेमेस्टर के छात्र को एक डिजिटल भुगतान एप्लिकेशन में बग का पता लगाने के लिए 1लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.

आईटी छात्र तबरेज आलम, ने मोबिक्विक एप्लिकेशन में एक बग का पता लगाया था, जिसके लिए उसे रिस्पॉन्सिबल डिस्क्लेमर प्रोग्राम (आरडीपी) के तहत कंपनी द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

बिहार के ढाका चंपारण जिले के रहने वाले तबरेज ने इस साल मार्च में दावा किया था कि मोबिक्विक को ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों से भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है. फिर उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से संपर्क किया और उचित सत्यापन के बाद, उन्हें कंपनी के सीईओ से सराहना मिली.

निदेशक एनआईटी श्रीनगर, प्रो. (डॉ.) राकेश सहगल ने कहा कि छात्र ने विभिन्न ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से कंपनी को आगे वित्तीय नुकसान से बचाने में मदद की है और इसे संस्था के लिए गर्व की बात बताया है.

उन्होंने कहा, यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं, लेकिन ऐसे छात्रों को अपने उच्च अध्ययन में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एक जीवंत मंच की आवश्यकता है.प्रो सहगल ने तबरेज को अपनी पढ़ाई में कड़ी मेहनत करने और भविष्य में एनआईटी श्रीनगर को देश में और अधिक गौरवान्वित करने के लिए प्रोत्साहित किया.

संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. सैयद कैसर बुखारी ने बग का पता लगाने में तबरेज के प्रयासों की सराहना की और उनसे आईटी क्षेत्र में तेजी लाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया.उन्होंने कहा, परिसर में छात्रों का समर्थन करने के लिए, हमने अनुसंधान के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की हैं और भविष्य में अपनी गतिविधियों का विस्तार करना जारी रखेंगे.

हम हमेशा अपने छात्रों के लिए खड़े रहेंगे. बुखारी ने कहा कि ऐसे छात्र दूसरों के लिए प्रेरणा हैं.अपने संदेश में, तबरेज ने पूरी प्रक्रिया के दौरान उनका समर्थन करने के लिए निदेशक एनआईटी श्रीनगर, रजिस्ट्रार और संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया.

 उन्होंने कहा, मैं अपने माता-पिता का भी शुक्रगुजार हूं. खासकर अपने पिता और मां का जिन्होंने लगातार मेरे लिए समर्थन और प्रार्थना की.बग की पहचान के बारे में उन्होंने बताया कि मोबिक्विक कंपनी को इसके बारे में सूचित किया था. तबरेज ने कहा, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बग था, क्योंकि इससे कंपनी को करोड़ों का वित्तीय नुकसान हो सकता था.

 उन्होंने कहा, मेरे दावों के सत्यापन और प्रामाणिकता के बाद, मोबिक्विक एप्लीकेशन के सह-संस्थापक और सीईओ बिपिन प्रीत सिंह ने मुझे कंपनी से 1लाख नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र दिया.उन्होंने आवाज द वॉयस को फोन पर बताया कि कड़ी मेहनत के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे कि डिजिटल पेमेंट एप में खास तरह का बग है.

कंपनी अगर समय रहते सतर्क नहीं हुई तो आने वाले वक्त में उसे करोड़ों का नुकसान हो सकता है. इसके बाद इसे हल करने का सुझाव दिया गया . तबरेज ने अपने हुनर से खुद की भी 30हजार रुपये की बचत की है.

तबरेज ने आगे बताया की ये बहुत ही गंभीर बग है, इसलिए इससे संबंधित कुछ बातें उन्होंने गुप्त रखी हैं.