MANUU और एनआईओएस ने मिलाया हाथ, भारत में समावेशी शिक्षा के लिए बड़ा कदम

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 16-10-2025
MANUU and NIOS join hands, a major step towards inclusive education in India
MANUU and NIOS join hands, a major step towards inclusive education in India

 

हैदराबाद

मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS), नई दिल्ली ने आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य वंचित और पिछड़े समुदायों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना, कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना और देशभर में सकल नामांकन अनुपात (GER) बढ़ाना है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है।

इस अवसर पर MANUU के कुलपति प्रोफेसर सैयद ऐनुल हसन ने सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन (CDOE) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल 'CDOE MANUU' का उद्घाटन किया। यह चैनल मुख्य रूप से उर्दू भाषा में शैक्षणिक सामग्री प्रस्तुत करेगा।

अपने संबोधन में प्रो. ऐनुल हसन ने कहा कि उर्दू भाषा क्षमता निर्माण या करियर विकास में बाधा नहीं है। MANUU और NIOS के आपसी सहयोग से दोनों संस्थान अपने साझा लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय NEP-2020 को प्रभावी रूप से लागू कर रहा है और विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है, जो खेलों में भी सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि MANUU के अधिकांश छात्र वंचित तबकों से आते हैं और पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं। ऐसे में इस समझौते का उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।

NIOS के अध्यक्ष प्रोफेसर अखिलेश मिश्रा ने कहा कि इस MoU पर हस्ताक्षर एक प्रतीकात्मक महत्व रखता है क्योंकि यह विश्वविद्यालय मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम पर है, जो स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्होंने कहा कि NIOS समाज के हाशिए पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है और यहां आयु कोई बाधा नहीं है—कोई भी, किसी भी उम्र में, NIOS में प्रवेश ले सकता है।

MANUU के रजिस्ट्रार प्रोफेसर इश्तियाक़ अहमद ने विश्वास जताया कि दोनों संस्थाएं अपने साझा उद्देश्यों को मिलकर सफलतापूर्वक प्राप्त करेंगी। उन्होंने इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत और वंचितों को सशक्त करने की दिशा में सार्थक कदम बताया।

CDOE के निदेशक प्रो. मोहम्मद रज़ाउल्लाह ख़ान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस MoU को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह साझेदारी भारत भर में शिक्षा के माध्यम से सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक पहल है, खासकर उच्च शिक्षा में नामांकन को बढ़ावा देने के लिए।

NIOS के सचिव कर्नल शकील अहमद और स्टूडेंट सपोर्ट सर्विसेज के निदेशक डॉ. विजय कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम में दोनों संस्थानों के कई वरिष्ठ अधिकारी एवं शिक्षाविद शामिल हुए।

CPDUMT के निदेशक प्रो. अब्दुल सामी सिद्दीकी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया, और CDOE के डॉ. शेख वसीम ने कार्यक्रम का संचालन किया।