जामिया: पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 27-06-2022
जामिया: पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार
जामिया: पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार

 

आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
 
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के पावर इलेक्ट्रॉनिक्स छात्र चौप्टर, आईईईई जेएमआई और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने संयुक्त रूप से एक पैनल चर्चा का आयोजन किया. विषय था- पावर इलेक्ट्रॉनिक्स- रेलिएबिलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आर फ्यूचर रिसर्च डायरेकशंस.यह कार्यक्रम 21 जून को दुनिया भर में मनाए जाने वाले पावर इलेक्ट्रॉनिक्स दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया.
 
इसमें पैनलिस्ट पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और हरित ऊर्जा क्षेत्र के प्रतिष्ठित विश्व प्रसिद्ध प्रोफेसर शामिल हुए ,जिनमें प्रो. फ्रेड ब्लाबजर्ग- फेलो आईईईई और प्रो. हुआई वांग, अलबोर्ग विश्वविद्यालय, डेनमार्क और प्रो. साद मेखिलेफ- फेलो आईईईई, मलाया विश्वविद्यालय, मलेशिया, प्रो. राजेश कुमार एमएनआईटी जयपुर, डॉ. श्रीनिवास कारंकी- प्रमुख, आईईईई पेल्स इंडिया समिति,  भुवनेश्वर, डॉ अहतेशमुल हक- संकाय सलाहकार ब्रांच काउंसलर  प्रमुख हैं.
 
विशेषज्ञों ने पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और एआई के क्षेत्र में भविष्य, अनुप्रयोग, व्यावहारिकता और चुनौतियों पर प्रकाश डाला. पैनलिस्टों के परिचय के बाद, प्रोफेसर फ्रेड ब्लाबजर्ग ने चर्चा को आगे बढ़ाया. कई विषयों जैसे  प्रणाली को विद्युतीकृत करने की आवश्यकता और नए प्रकार के लोड के कारण आधुनिक दुनिया में पावर इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग कितना अपरिहार्य है - पर चर्चा की गई. प्रोफेसर मेखिलेफ का शीर्ष वाक्य था, इट इज ए नेसेसिटी एट दिस टाइम.
 
पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और एआई से संबंधित उपयोग, विश्वसनीयता और उसकी सीमाओं पर भी चर्चा की गई. उत्पादित पावर की मात्रा, पैरामीटर आइडेंटिफिकेशन, फोटोवोल्टिक संयंत्रों की स्थिति की निगरानी, ​​राउटर के अंदर तापमान की जांच करने के लिए एआई का उपयोग, ऊर्जा आपूर्ति के कार्बोनाइजेशन और इलेक्ट्रिक वाहनों और इनवर्टर में वृद्धि का सटीक पूर्वानुमान लगाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का अनुप्रयोग- कुछ ऐसे एप्लीकेशन्स थे जिन पर सभी पैनलिस्टों ने विस्तार से चर्चा की।
 
अंत में निष्कर्ष निकाला गया कि पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ एआई का उपयोग विश्व स्तर पर डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.यह एक जीवंत चर्चा थी जिसने अंतिम क्षण तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध करके रखा. छात्रों को इस क्षेत्र में शोध के लिए प्रेरित करने के लिए यह काफी मनोरंजक रहा. सत्र का समापन मेजबान मोहम्मद जैद द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
 
इससे पहले, प्रो. मुन्ना खान, अध्यक्ष, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, जामिया ने पैनलिस्ट का स्वागत किया और इस तेजी से उभरते विषय पर इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए डॉ. एहतेशमुल हक की सराहना की.
 
डॉ. हक ने कहा कि इस आयोजन में 8 विभिन्न देशों और भारत के 25 संस्थानों के प्रतिभागी शामिल हुए. कार्यक्रम वर्चुअल मोड में आयोजित किया गया.आईईईई जामिया की छात्र टीम ने डॉ. हक के मार्गदर्शन की सराहना की.
 
इस टीम में अनिरुद्ध तिवारी, वाइस चेयरपर्सन, मरियम फातिमा और महासचिव, सारा बटूल हुसैन और सरफराज आलम हैं. कंटेंट टीम से इफरा खान, अक्सा मतीन और ग्राफिक्स टीम से अयाज अंसारी, सना का उनके बेहतरीन टीम वर्क के लिए विशेष उल्लेख किया गया.