आवाज- द वॉयस/ नई दिल्ली
देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सीबीएसई की 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं हैं, जबकि 12वीं के इम्तिहानों को एक मई तक के लिए टाल दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया.
सीबीएसई बोर्ड की 10वीं में 18 लाख और 12वीं में 12 लाख छात्र परीक्षा देने वाले हैं.
कोरोना के बढ़ते मामले को देखत हुए पिछले कुछ दिनों से इसे स्थगित करने या ऑनलाइन आयोजित करने की मांग की जा रही थी. ऐसी मांग करनेवालों का तर्क था कि जब कक्षाएं ऑनलाइन हुई हैं तो परीक्षाएं भी ऑनलाइन ली जाएं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह भी बोर्ड परीक्षाओं के रद्द करने के पक्षधर हैं, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सिनेस्टार सोनू सूद भी परीक्षा रद्द करने की वकालत कर रहे थे.
इधर,देशभर में कोरोना के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं. पिछले चौबीस घंटों में पहली बार 1.85 लाख नए मामले दर्ज किए गए. ऐसे में अभिभावकों को डर सता रहा था कि इन परिस्थितियों में परीक्षाएं हुईं तो बच्चे संक्रमित हो जाएंगे और साथ हीउनके घरवाले भी चपेट में आ जाएंगे.
हालांकि, सीबीएसई बोर्ड लगातार कहता रहा कि उसने व्यापक स्तर पर परीक्षा लेने की तैयारी की है. परीक्षा केंद्र भी 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिए गए हैं.
इन सबके बावजूद बुधवार 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शिक्षा अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें 10वीं की परीक्षाएं रद्द करने और 12वीं की परीक्षाएं एक मई तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया. 10वीं के छात्रों को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर 11वीं में प्रमोट किया जाएगा.
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 14, 2021