जामिया में डिज़ाइन शिक्षा का नया युग: आर्काउस क्लब्स और एथोस से साझेदारी

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 06-08-2025
A New Era of Design Education at Jamia: Partnership with Archous Clubs and Ethos
A New Era of Design Education at Jamia: Partnership with Archous Clubs and Ethos

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के वास्तुकला विभाग ने आर्काउस क्लब्स और एथोस फाउंडेशन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी जामिया को "सामाजिक रूप से ज़िम्मेदार डिज़ाइन शिक्षा" का राष्ट्रीय केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

यह एमओयू विश्वविद्यालय के यासर अराफात हॉल में आयोजित समारोह में साइन किया गया। जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी और एथोस व आर्काउस की संस्थापक ट्रस्टी श्रीमती गीता बालकृष्णन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर वास्तुकला एवं एक्यूस्टिक्स संकाय के डीन प्रो. कमर इरशाद, आर्किटेक्चर विभाग की अध्यक्ष प्रो. तैयबा मुनव्वर, छात्र प्रतिनिधि और एथोस की टीम भी मौजूद रही।

यह ऐतिहासिक करार जामिया को आर्काउस क्लब्स के राष्ट्रीय नेटवर्क में एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करेगा। आर्काउस क्लब्स “Architects for a Cause” आंदोलन का हिस्सा हैं, जो छात्रों द्वारा संचालित, परिसर आधारित समूह होते हैं और जिनका उद्देश्य डिज़ाइन को सामाजिक और सामुदायिक बदलाव के लिए एक प्रभावशाली माध्यम बनाना है।

छात्रों को मिलेंगे कई फायदे

इस साझेदारी से जामिया के आर्किटेक्चर छात्रों को कई स्तरों पर लाभ मिलेगा, जैसे:

  • कौशल निर्माण और अनुभव: कार्यशालाओं, इंटरैक्टिव सत्रों और इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के साथ संवाद के ज़रिए छात्रों को व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।

  • राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी: वे इंटर-कॉलेजीएट अभियानों का हिस्सा बन सकेंगे, जहां डिज़ाइन के ज़रिए सामाजिक जागरूकता और समाधान को बढ़ावा दिया जाएगा।

  • विशेष संसाधनों तक पहुँच: छात्रों को आर्काउस द्वारा विकसित टूलकिट, शोध सामग्री और प्रकाशनों तक विशेष पहुँच मिलेगी, जो हेरिटेज, आवास, पर्यावरण और सामुदायिक विकास पर केंद्रित हैं।

  • लीडरशिप के अवसर: छात्र विभिन्न डिज़ाइन परियोजनाओं का नेतृत्व कर सकेंगे, और स्थानीय व वैश्विक समस्याओं के समाधान में सहानुभूति आधारित दृष्टिकोण अपनाना सीखेंगे।

  • नेटवर्किंग और मंच: वे देश भर के आर्काउस क्लब्स के नेटवर्क से जुड़ेंगे, जिससे उन्हें सीखने, साझा करने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, उन्हें राष्ट्रीय मंचों पर अपने प्रोजेक्ट्स और पहलों को प्रदर्शित करने का भी मौका मिलेगा।

जामिया में नया अध्याय

इस समझौते के साथ जामिया मिल्लिया इस्लामिया का आर्किटेक्चर विभाग सामाजिक रूप से उत्तरदायी डिज़ाइन शिक्षा को बढ़ावा देने में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा। यह न केवल छात्रों को डिज़ाइन के तकनीकी कौशल में दक्ष बनाएगा, बल्कि उन्हें सामाजिक सरोकारों और मानवीय मूल्यों से भी जोड़ेगा।

यह सहयोग एक ऐसी परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत है, जहाँ आर्किटेक्चर शिक्षा केवल इमारतों के डिज़ाइन तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सामाजिक बदलाव और नागरिक जिम्मेदारी का भी माध्यम बनेगी। इस साझेदारी के ज़रिए जामिया आने वाले समय में ऐसे वास्तुकारों की एक पीढ़ी तैयार करेगा जो न केवल तकनीकी रूप से दक्ष हों, बल्कि संवेदनशील और उद्देश्यपूर्ण सोच से लैस हों।