देहरादून
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'परीक्षा पे चर्चा 2025' कार्यक्रम को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने पर बधाई दी है। यह रिकॉर्ड एक महीने में सबसे अधिक प्रतिभागी पंजीकरण के लिए बनाया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने इसे "पूरे देश के लिए गर्व की बात" बताया और कहा कि यह उपलब्धि भारत के तनावमुक्त शिक्षा की दिशा में किए जा रहे अग्रणी प्रयासों को वैश्विक मंच पर मान्यता दिलाती है।
धामी ने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:"‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ कार्यक्रम को एक महीने में सर्वाधिक पंजीकरण के लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिलने पर प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को हार्दिक बधाई! यह ऐतिहासिक उपलब्धि हमारे शिक्षा तंत्र की वैश्विक छवि को सुदृढ़ करती है और विद्यार्थियों के तनाव प्रबंधन हेतु किए गए प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय मान्यता भी प्रदान करती है। यह क्षण पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का विषय है।"
प्रधानमंत्री मोदी की प्रमुख पहल 'परीक्षा पे चर्चा' (PPC), जिसे शिक्षा मंत्रालय द्वारा MyGov के सहयोग से वर्ष 2018 से हर साल आयोजित किया जाता है, को "एक महीने में नागरिक सहभागिता मंच पर सबसे अधिक पंजीकरण" के लिए यह रिकॉर्ड प्रदान किया गया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, कार्यक्रम के आठवें संस्करण में 3.53 करोड़ से अधिक वैध पंजीकरण प्राप्त हुए, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह पहल छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की सीधी बातचीत का अनूठा वैश्विक मंच है, जो परीक्षा के समय को तनाव के बजाय उत्साह, तैयारी और सकारात्मकता का पर्व बना देता है।
नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में इस रिकॉर्ड का औपचारिक प्रमाण पत्र सौंपा गया। कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, रेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, राज्य मंत्री जितिन प्रसाद, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार, MyGov के सीईओ नंद कुमारम, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक रिषि नाथ ने इस रिकॉर्ड को औपचारिक रूप से प्रमाणित और घोषित किया।
यह उपलब्धि न केवल भारत के शिक्षा तंत्र की वैश्विक प्रतिष्ठा को उजागर करती है, बल्कि छात्रों के तनावमुक्त और उद्देश्यपूर्ण अध्ययन के लिए एक प्रेरणादायक वातावरण निर्मित करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी पहल को भी बल देती है।