हैदराबाद
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (माअनऊ) में आज "विज़िट उर्दू यूनिवर्सिटी" कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो. इश्तियाक़ अहमद ने हैदराबाद के सरकारी स्कूलों से आए उर्दू माध्यम के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "जिस पाठ्यक्रम में आपकी रुचि हो, उसमें प्रवेश पाने के लिए पूरी लगन और मेहनत से पढ़ाई करें और एक दिन माअनऊ में दाख़िला पाने का सपना ज़रूर देखें।"
इस आठ महीने लंबे जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत माअनऊ द्वारा डीन एलुमनी अफेयर्स और माअनऊ एलुमनी एसोसिएशन (एमएए) हैदराबाद चैप्टर के सहयोग से की गई है। इस पहल के तहत हर सप्ताह शहर के अलग-अलग उर्दू माध्यम सरकारी स्कूलों के छात्रों को विश्वविद्यालय कैंपस का शैक्षणिक भ्रमण करवाया जाएगा, जिससे वे विश्वविद्यालय और यहां उपलब्ध पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। आज के उद्घाटन समारोह में तीन सरकारी स्कूलों के छात्रों को आमंत्रित किया गया था।
प्रो. इश्तियाक़ अहमद ने अपने संबोधन में हैदराबाद से माअनऊ में नामांकन की कम संख्या पर चिंता व्यक्त की, लेकिन यह भी बताया कि एलुमनी एसोसिएशन द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के कारण इस वर्ष स्थानीय छात्रों के नामांकन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल के बच्चों को "आज़ाद डे" के आयोजन में भी बुलाया जाए ताकि वे विश्वविद्यालय में होने वाली साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद ले सकें।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार ने छात्रों के साथ आए स्कूल शिक्षकों का सम्मान भी किया और माअनऊ की डिस्टेंस मोड प्रवेश प्रक्रिया के पोस्टर का विमोचन किया।
प्रो. सैयद नजमुल हसन, समन्वयक, एलुमनी अफेयर्स ने कहा कि लोग यह सोचते हैं कि उर्दू माध्यम से पढ़ाई कर के तरक्की नहीं की जा सकती, लेकिन यह धारणा गलत साबित हुई है। माअनऊ के छात्र आज दुनिया भर के प्रतिष्ठित संस्थानों में सिस्टम एनालिस्ट, उद्यमी और अकादमिक पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि माअनऊ के छात्र उर्दू और अंग्रेजी दोनों में दक्ष हैं और यहां के शिक्षक भी अत्यंत योग्य हैं। आज के कार्यक्रम में लगभग 160 छात्रों ने भाग लिया।
एडवोकेट एजाज़ अली कुरैशी, अध्यक्ष, एमएए ने अपने स्वागत भाषण में एसोसिएशन की गतिविधियों की जानकारी दी और विश्वविद्यालय प्रशासन को आश्वस्त किया कि उनके सहयोग से आने वाले वर्षों में हैदराबाद ही नहीं, बल्कि पूरे तेलंगाना से छात्रों के नामांकन में और भी वृद्धि होगी।
डॉ. मोहम्मद मुस्तफ़ा अली सरवरी, पीआरओ ने कार्यक्रम का संयोजन किया, जबकि नासिर हुसैन शोएब, महासचिव, एमएए ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।