विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्वर्ण हेवली का किया उद्घाटन, बोले- जी20 वर्ष में विश्व भारत जैसा और भारत विश्व जैसा

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्वर्ण हेवली का किया उद्घाटन, बोले- जी20 वर्ष में  विश्व भारत जैसा और भारत विश्व जैसा हो रहा है तैयार
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्वर्ण हेवली का किया उद्घाटन, बोले- जी20 वर्ष में विश्व भारत जैसा और भारत विश्व जैसा हो रहा है तैयार

 

मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते साख को रेखांकित  किया है. उन्होंने कहा कि भारत के जी20 अध्यक्षीय वर्ष में देश दुनिया की तरह तैयार हो रहा है और दुनिया भारत की तरह तैयार. जयशंकर ने दिल्ली के चांदनी चैक में पुनर्निर्मित स्वर्ण हवेली का उद्घाटन के बाद यह टिप्पणी की. हवेली का जीर्णोद्धार पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता विजय गोयल ने करवाया है.

विदेश मंत्री वहां एक घंटे से अधिक समय तक रहे और हवेली की तीनों मंजिलों का दौरा किया. उन्होंने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक कथक नृत्य प्रदर्शन भी देखा और चांदनी चैक के भोजन का आनंद लिया.
 
जयशंकर ने कार्यक्रम की तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, आज स्वर्ण हवेली धरमपुरा का उद्घाटन कर खुशी हुई. इस अवसर के लिए विजय गोयल को धन्यवाद. हमारी संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देना, पर्यटन पैदा करना और रोजगार का विस्तार करना साथ-साथ चलते है.
 
उन्होंने कहा, इस विविधतापूर्ण देश के प्रत्येक नागरिक को अपनी विरासत और संरक्षण पर गर्व करना चाहिए. जयशंकर ने जोर देकर कहा, मैं भारतीय संस्कृति से बहुत प्यार करता हूं. इस साल मैं पहली बार इस हवेली में आया हूं.
 
यह एक विदेशी के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि जब हम यहां पुरानी दिल्ली जैसी जगहों पर आते हैं, तो यह गुप्त दरवाजे हैं. बंद दरवाजे हैं और यह एक रहस्य का दरवाजा है. श्री गोयल ने जो किया है, वह आश्चर्यजनक है. मैं यहां पहले भी आया हूं और मैं अपने अतिथि को यहां उस पारंपरिक लेकिन बहुत स्वाभाविक, प्रामाणिक भारत का आनंद लेने के लिए लाऊंगा.
भारत में लिथुआनियाई राजदूत डायना मिकविसिन ने कहा,मुझे लगता है कि यह उद्घाटन समारोह मेरे जैसे विदेशियों के लिए रहस्य खोलने का एक बहुत ही सराहनीय प्रयास है. यह लोगों को वास्तविक भारत का अनुभव करने और इसे दुनिया के करीब लाने का अवसर देता है. मंत्री ने इसे बहुत खूबसूरती से रखा है. 
 
हवेली के जीर्णोद्धार के बारे में बात करते हुए गोयल ने कहा कि उन्हें स्वर्ण हवेली के जीर्णोद्धार में चार साल लग गए. जीर्णोद्धार के दौरान सबसे बड़ी चुनौती हवेली को अक्षुण्ण रखना था. हवेली अपने वजन के कारण नीचे जा रही थी.
 
उन्होंने कहा कि इस तरह के जीर्णोद्धार और विरासत के काम के लिए जुनून, पैसा और धैर्य की जरूरत होती है.गोयल ने कहा, सरकार विरासत, पर्यटन, जीर्णोद्धार और संरक्षण को लेकर बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री से पूरे चांदनी चैक के विकास और जीर्णोद्धार का अनुरोध किया है.
 
गोयल, जो हेरिटेज इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं, ने आगे कहा कि राज्य और केंद्र दोनों सरकारों को चांदनी चैक में पर्यटन को बढ़ावा देने और विशेष रूप से स्वच्छता, सुरक्षा और अनधिकृत निर्माण को रोकने के लिए क्षेत्र के विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
 
जानिए स्वर्ण हवेली के बारे में

स्वर्ण हवली के उद्घाटन से दिल्ली के चांदनी चैक को नया आकर्षण मिला है. इस पुरानी हवेली को फिर से जीवंत किया गया है. यह हवेली 150 साल पुरानी है.  गोल्डन हवेली के पास ही हवेली धरमपुरा है. इसे 75 से अधिक देशों के मेहमानों के आवास के लिए तैयार किया गया है.
 
चांदनी चैक में कुछ संरचनाएं हैं जो जामा मस्जिद, लाल किला, गुरुद्वारा शीशगंज और गौरीशंकर मंदिर को एक साथ देख सकती हैं. अनार गली में स्वर्ण हवेली है. यह संकरी गलियों में स्थित है.गांधी स्मृति के उपाध्यक्ष गोयल ने कहा कि हवेली में महात्मा गांधी को समर्पित एक कमरा है, जो अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान चांदनी चैक में रहा करते थे.गोयल ने कहा कि जीर्णोद्धार में इस्तेमाल किए गए तत्वों को देश भर से एकत्र किया गया.
 
आर्क ग्लास बेल्जियम से मंगाया गया है. चैड़े प्रांगण के दोनों ओर लंबे दो दरवाजे, कांच के मेहराबों वाले हरे दरवाजे और पहली मंजिल पर हरे रंग की जालियों वाली बालकनी है. यह रंग चांदनी चैक की विशिष्टता को उजागर करता है.
 
इंडो-इस्लामिक विशेषताओं के साथ निर्मित, मुगल युग को दर्शाने वाली पेंटिंग और समान दीवार भित्ति चित्रों वाली लिफ्टें भी इमारत को सुशोभित कर रही हैं. मौसम के बदलते ही संरचना की वास्तुकला एक प्राकृतिक एयर कंडीशनर और हीटर के रूप में कार्य करने लगती है.
 
गोयल की बेटी विद्युन ने कहा कि कई विदेशी नेताओं ने भारत आने पर हवेली में रहने का अनुरोध किया है, लेकिन उन्हें सुरक्षा मंजूरी अभी नहीं मिली. जी20 से विदेशियों की संख्या बढ़ेगी.