The Index of Industrial Production recorded a 4% annual growth in August 2025.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारत के औद्योगिक उत्पादन, जिसे इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) से मापा जाता है, में अगस्त 2025 के दौरान साल-दर-साल 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह आंकड़ा सोमवार को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने जारी किया
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जुलाई 2025 में आईआईपी 3.5 प्रतिशत बढ़ा था। अगस्त 2025 में इंडेक्स का त्वरित अनुमान (Quick Estimates) 151.7 पर रहा, जो पिछले वर्ष इसी महीने 145.8 था.
मंत्रालय ने बताया, “यह सूचकांक उन स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर तैयार किया जाता है, जिन्हें उत्पादन करने वाले कारखानों/संस्थानों से जानकारी मिलती है। यह त्वरित अनुमान आगे आने वाले संस्करणों में संशोधित किए जाएंगे.
क्षेत्रवार प्रदर्शन
अगस्त 2025 में खनन क्षेत्र में 6 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र में 3.8 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इन तीनों क्षेत्रों के सूचकांक क्रमशः 113.5, 151.6 और 221.1 रहे.
विनिर्माण क्षेत्र की 23 उद्योग समूहों में से 10 ने अगस्त 2024 की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की। शीर्ष तीन योगदानकर्ताओं में बुनियादी धातुओं का निर्माण 12.2 प्रतिशत, कोक व रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पाद 5.4 प्रतिशत और मोटर वाहन, ट्रेलर व सेमी-ट्रेलर 9.8 प्रतिशत बढ़े.
बुनियादी धातु उद्योग में माइल्ड स्टील स्लैब, हॉट-रोल्ड कॉयल्स व शीट्स, स्टील पाइप्स व ट्यूब्स ने वृद्धि को आगे बढ़ाया। पेट्रोलियम उत्पादों में डीज़ल, पेट्रोल और एलपीजी मुख्य योगदानकर्ता रहे. मोटर वाहन श्रेणी में ऑटो कंपोनेंट्स, ऐक्सल और वाणिज्यिक वाहन महत्वपूर्ण रहे.
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार सूचकांक
अगस्त 2025 में प्राथमिक वस्तुओं का सूचकांक 148.9, पूंजीगत वस्तुएँ 112.1, मध्यवर्ती वस्तुएँ 170.4 और अवसंरचना या निर्माण वस्तुएँ 200.8 रहा। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं और उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं के सूचकांक क्रमशः 134.4 और 132.8 रहे.
अगस्त 2024 की तुलना में इनकी वृद्धि दरें प्राथमिक वस्तुओं में 5.2 प्रतिशत, पूंजीगत वस्तुओं में 4.4 प्रतिशत, मध्यवर्ती वस्तुओं में 5 प्रतिशत और अवसंरचना/निर्माण वस्तुओं में 10.6 प्रतिशत रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुएँ 6.3 प्रतिशत घटीं.
मंत्रालय ने बताया कि इस वर्गीकरण के आधार पर आईआईपी की वृद्धि में शीर्ष तीन योगदानकर्ता प्राथमिक वस्तुएँ, अवसंरचना या निर्माण वस्तुएँ और मध्यवर्ती वस्तुएँ रहीं.
संशोधन व अगली रिलीज़
मंत्रालय के अनुसार जुलाई 2025 के सूचकांकों को स्रोत एजेंसियों से अद्यतन जानकारी मिलने के बाद संशोधित किया गया। अगस्त 2025 के त्वरित अनुमान और जुलाई 2025 के अंतिम संशोधन क्रमशः 90.96 प्रतिशत और 92.99 प्रतिशत वेटेड रिस्पॉन्स रेट पर संकलित किए गए.