आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर IPO 5अगस्त 2025को निवेश के लिए खुलेगा, लेकिन उससे पहले कंपनी के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) में दर्ज 10अहम जोखिमों पर नज़र डालना ज़रूरी है। अगर आप इस IPO में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो इन बिंदुओं को अनदेखा न करें — ये जोखिम कंपनी की भविष्य की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर IPO: RHP में दर्ज 10प्रमुख जोखिम
1. टोल कलेक्शन पर भारी निर्भरता
कंपनी की आमदनी का बड़ा हिस्सा NHAI द्वारा दिए गए टोलवे कलेक्शन प्रोजेक्ट्स से आता है। अगर इनमें से कोई बड़ा कॉन्ट्रैक्ट रद्द होता है या नवीनीकरण नहीं होता, तो इसका सीधा असर कंपनी की आय और लाभ पर पड़ेगा।
2. भौगोलिक रूप से सीमित कारोबार
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर का संचालन कुछ विशेष क्षेत्रों में केंद्रित है। यदि इन क्षेत्रों में कोई राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक अस्थिरता आती है, तो कंपनी के व्यापार पर बड़ा असर हो सकता है।
3. स्थानीय स्तर पर प्रोजेक्ट्स में गिरावट
यदि कंपनी के सक्रिय क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियाँ धीमी होती हैं या इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में कमी आती है, तो इसका सीधा प्रभाव ऑपरेशन्स और वित्तीय परिणामों पर पड़ेगा।
4. नीतियों और कानूनों में बदलाव का जोखिम
यदि राज्यों या केंद्र सरकार द्वारा नीतियों, नियमों या टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव किए जाते हैं, तो इससे प्रोजेक्ट्स की लागत और लाभप्रदता प्रभावित हो सकती है।
5. केवल 'क्षेत्रीय कंपनी' के रूप में देखे जाने का खतरा
यदि संभावित ग्राहक कंपनी को केवल एक "क्षेत्रीय खिलाड़ी" के रूप में देखते हैं, तो यह उन्हें राष्ट्रीय स्तर के बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए अयोग्य ठहरा सकता है।
6. प्रोजेक्ट क्लस्टर रणनीति पर निर्भरता
कंपनी की रणनीति कुछ राज्यों में प्रोजेक्ट्स को क्लस्टर करने की है। यदि उन्हें इन राज्यों में विस्तार की अनुमति या पर्याप्त प्रोजेक्ट्स नहीं मिलते, तो रणनीति विफल हो सकती है।
7. NHAI कॉन्ट्रैक्ट्स की सीमित अवधि
NHAI द्वारा दिए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट्स आमतौर पर एक वर्ष की अवधि के होते हैं। इनका सीमित विस्तार या रोलओवर कंपनी की राजस्व स्थिरता के लिए जोखिम हो सकता है।
8. पूंजी-प्रधान व्यापार मॉडल
यह व्यवसाय अत्यधिक पूंजी पर निर्भर है। यदि कंपनी के पास पर्याप्त नकदी प्रवाह नहीं होता, तो ऋण भुगतान और कार्यशील पूंजी की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो सकता है।
9. प्रवर्तकों और वरिष्ठ अधिकारियों के हितों का टकराव
कंपनी के प्रवर्तकों और कुछ शीर्ष अधिकारियों की हिस्सेदारी ऐसे अन्य संस्थानों में भी है जो समान प्रकार के कारोबार में लगे हैं। इससे हितों का टकराव हो सकता है, जो कंपनी के दीर्घकालिक हितों पर विपरीत असर डाल सकता है।
10. समूह कंपनियों के साथ लेनदेन का जोखिम
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ने अपनी समूह और सहयोगी कंपनियों के साथ प्रोजेक्ट्स में भागीदारी की है और भविष्य में भी कर सकती है। ऐसे लेन-देन हितों के टकराव और पारदर्शिता पर सवाल उठा सकते हैं।
निवेश से पहले सतर्क रहें
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर IPO निश्चित रूप से चर्चा में है, लेकिन इन जोखिम कारकों की अनदेखी नहीं की जा सकती। यदि आप इस IPO में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो RHP को सावधानीपूर्वक पढ़ें और किसी पंजीकृत वित्तीय सलाहकार से राय अवश्य लें।
याद रखें: सतर्क निवेशक ही स्मार्ट निवेशक होता है।