टोक्यो
मंगलवार को एशियाई शेयर बाजारों में एक साथ गिरावट दर्ज की गई। इसका सीधा असर वॉल स्ट्रीट में आई उस भारी बिकवाली से जुड़ा रहा, जिसने पिछले हफ्ते ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर बने मुनाफों को कमजोर कर दिया।
जापान का निक्केई 225 1.1 प्रतिशत गिरकर 42,342.28 पर पहुंच गया। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 0.3 प्रतिशत टूटकर 8,949.40 पर बंद हुआ। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.8 प्रतिशत गिरकर 3,184.70 पर आ गया। वहीं, हांगकांग का हैंग सेंग 0.2 प्रतिशत फिसलकर 25,766.68 और शंघाई कंपोजिट 0.1 प्रतिशत घटकर 3,878.24 पर रहा।
वॉल स्ट्रीट पर दबाव: सोमवार को एसएंडपी 500 में 0.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, हालांकि यह अब भी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब है। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.8 प्रतिशत लुढ़क गया, जबकि शुक्रवार को इसने रिकॉर्ड बनाया था। नैस्डैक 0.2 प्रतिशत टूटा।
बिकवाली सबसे ज्यादा स्वास्थ्य क्षेत्र के शेयरों में दिखी। फाइजर 2.9 प्रतिशत और एली लिली 2.3 प्रतिशत गिर गए। हालांकि, बड़ी टेक कंपनियों ने बाजार के नुकसान को कुछ कम किया। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट 1.2 प्रतिशत और एनविडिया 1 प्रतिशत चढ़े।
बॉन्ड और यील्ड्स: शुक्रवार की भारी गिरावट के बाद बॉन्ड बाजार में ट्रेजरी यील्ड्स में तेजी लौटी। 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 4.25 प्रतिशत से बढ़कर 4.28 प्रतिशत और 2-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 3.70 से बढ़कर 3.73 प्रतिशत पर पहुंच गई।
अभी भी बाजार का मानना है कि फेड सितंबर की बैठक में ब्याज दरों में कटौती करेगा। सीएमई ग्रुप के आंकड़ों के अनुसार, 84 प्रतिशत संभावना है कि फेड अपनी बेंचमार्क दर में 0.25 प्रतिशत अंक की कटौती करेगा।
फेड में हलचल: फेडरल रिजर्व से जुड़ी ताजा खबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की सदस्य लिसा कुक को गिरवी धोखाधड़ी के आरोपों के चलते हटाने का ऐलान किया, जिससे केंद्रीय बैंक पर नया विवाद खड़ा हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार:
एसएंडपी 500: 27.59 अंक गिरकर 6,439.32 पर
डॉव: 349.27 अंक गिरकर 45,282.47 पर
नैस्डैक: 47.24 अंक गिरकर 21,449.29 पर
ऊर्जा और करेंसी: अमेरिकी कच्चा तेल 32 सेंट गिरकर 64.48 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 28 सेंट टूटकर 68.52 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा। मुद्रा बाजार में डॉलर 147.71 येन से घटकर 147.31 येन पर आ गया, जबकि यूरो 1.1623 डॉलर से बढ़कर 1.1644 डॉलर हो गया।