जामिया में 'भोजन, लिंग और स्वदेशी ज्ञान: उत्तर-पूर्व भारत का संदर्भ' विषय पर व्याख्यान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 12-09-2025
Lecture on 'Food, Gender and Indigenous Knowledge: Context of North-East India' at Jamia
Lecture on 'Food, Gender and Indigenous Knowledge: Context of North-East India' at Jamia

 

नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के सरोजिनी नायडू महिला अध्ययन केंद्र ने “भोजन, लिंग और स्वदेशी ज्ञान: उत्तर-पूर्व भारत का संदर्भ” विषय पर एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। यह कार्यक्रम 10 सितंबर 2025 को दोपहर 2 बजे जेएमआई के नोआम चॉम्स्की कॉम्प्लेक्स स्थित जवाहरलाल नेहरू अध्ययन केंद्र के सेमिनार हॉल में आयोजित हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. निशात ज़ैदी (मानद निदेशक, सरोजिनी नायडू महिला अध्ययन केंद्र) के स्वागत भाषण से हुआ। इसके बाद उन्होंने वक्ता प्रो. पॉली वोक्यूलिन (विभाग: महिला अध्ययन, गुवाहाटी विश्वविद्यालय) का परिचय दिया।

अपने व्याख्यान में प्रो. वोक्यूलिन ने भोजन, लिंग और स्वदेशी ज्ञान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह महिलाएं घर और रसोई जैसे सामान्य घरेलू स्थानों में भोजन से जुड़ी जातीय परंपराओं और ज्ञान की संरक्षक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

कार्यक्रम का समापन एक विचारोत्तेजक प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ। उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने इस व्याख्यान की सराहना की। संचालन सुश्री ज़ोयबा चौधरी (एम.ए. जेंडर स्टडीज़) ने किया और आभार प्रकट सुश्री अदिति सिंह (एम.ए. जेंडर स्टडीज़) ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. तरन्नुम सिद्दीकी (सरोजिनी नायडू महिला अध्ययन केंद्र) ने किया।