जश्न -ए- रेख्ता : सलमान की स्टाल पर सीखें केलीग्राफी, सोशल मीडिया पर लूटें वाहवाही

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 03-12-2022
सलमान की स्टाल पर सीखें केलीग्राफी
सलमान की स्टाल पर सीखें केलीग्राफी

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली

जश्न ए रेख्ता मात्र एक कार्यक्रम नहीं एक त्योहार है. जहां लोग अपनी मनपसंद कला, कवि के प्रेम को न्योछावर करने पधारते हैं और बहुत कुछ सीखने की इच्छा से यहां अपने कदम लाते हैं. जिसमें से एक कला है कैलीग्राफी.

आपने सोशल मीडिया पर अकसर देखा होगा कि कुछ सुंदर-सुंदर अक्षर लिखकर लोग उसकी रील या वीडियो बनाकर एक गाने के साथ या कुछ उर्दू- हिन्दी शायरी के साथ उसे पोस्ट करते हैं. उसी स्पेशल आकार हरुप को केलीग्राफ़ी कहा जाता है.

इस खास कला को आप जश्न ए रेख्ता में दिल्ली के सलमान की स्टाल "नायाब बुक्स" पर सीख सकते हैं, उर्दू, अंग्रेजी, गिनती और अरबी में भी यहां वीभीन्न किताबें मौजूद हैं जिनको खरीदकर आप केलीग्राफी की प्रेक्टिस कर उसे सीख सकते हैं.

यहां कई बेहतरीन स्टोरी बुक्स, उपन्यास भी उपलब्ध हैं.

आवाज द वॉयस से बात करते हुए स्टाल के ऑनर सलमान ने बताया कि उनका जश्न ए रेख़्ता में इस खास स्टाल को लगाने का एकमात्र मकसद लोगों को इस बात से रूबरू कराना है कि कैलीग्राफी भी एक कला है जिसे लोगों को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाना चाहिए.

उनका कहना था कि असल में लोगों को ये मालूम ही नहीं है कि डिजिटली वे केलीग्राफी से कितने जुड़े हुए हैं जब भी वे कोई अक्षर अपने कंप्यूटर या कहीं छपा हुआ प्रिंट पर देखते हैं तो उनको ये नहीं पता होता है की ओरिजनल कैलीग्राफी को ही डिजिटल तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

हाथ से की गई कैलीग्राफी ही हम अपने रचनात्मक कार्यों में इस्तेमाल करते हैं. कैलीग्राफी के कुछ रूल्स होते हैं. जिनका पालन करते हुए आप इसे बखूबी सीख सकते हैं. इसमें अक्षरों को लिखने का एक प्रॉपर तरीका होता है उनका साइज क्या होना चाहिए, कितना लंबा और कितना चौड़ा और कितना पेन को टेड़ा करके लिखा जाए ये ज्ञात होना अतिआवश्यक है.

केल्लीग्रेफी (Calligraphy) का ग्रीक में अनुवाद होता है “खूबसूरत लिखावट” और ये हजारों सालों और संस्कृतियों से चलती आ रही है . इसकी कई स्टाइल हैं, जिनमें शामिल हैं वेस्टर्न (Western), ईस्टर्न एशियाई (East Asian), सथर्न एशियाई (Southern Asian), और इस्लामिक (Islamic). सभी प्रकार की केल्लीग्रेफी में एक ही तरह के तरीकों से खूबसूरत अक्षर लिखे जाते हैं. अगर आपको भी सजावटी लेखन की इस कला को सीखना है, तो आपको बस कुछ चरणों का पालन करना होगा.

*अपने पेन को डाय्ग्नाली 30 से 60 डिग्री एंगल पर पकडें

*लिखते समय निब को मोड़ें नहीं

*कागज़ पर निब को पीछे या एक तरफ की और आगे बढ़ाएं

*हल्का सा दबाव लगायें

*अपनी लाइन्स को पैरेलल रखें

*अक्षर को कई बार ट्रेस (Trace) करके अभ्यास करें

*स्ट्रोक का सही क्रम प्रयोग करें

*ग्रिड मेथड से शुरू करें

*टेम्पलेटस की मदद से उपयुक्त स्थान छोड़ें

*फ्री हैण्ड (Free Hand) से अभ्यास करें

केल्लीग्रैफी पेन का प्रयोग करें, इनकी स्टॉल पर लाजवाब कैलीग्राफी पेंस अलग अलग रंगों में मोजूद हैं. 

सलमान ने बताया कि उनके परिवार में भी सबको उर्दू कैलीग्राफी आती है और इसके लिए पहले सरकंडे के पेन बनते थे अब लकड़ी और प्लास्टिक के इंक के साथ इसके हाइलाइटेड पेन आते हैं जिससे सुंदर हरूप बनते हैं.

केल्लीग्रैफी में बेहतर बनने के लिए आपको इसमें बहुत समय देना होगा.

इस कला को सीखने की चाह रखते है तो आप दिल्ली के जश्न ए रेख़्ता (२०२२) में इस स्टाल पर जरूर जाए.