यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि रूस के हालिया हवाई हमलों के बावजूद अमेरिका की चुप्पी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को और दुस्साहसी बना दिया है। उन्होंने कहा कि यह चुप्पी न केवल निराशाजनक है, बल्कि सीधे तौर पर रूस की आक्रामकता को बढ़ावा दे रही है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार रात रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा समन्वित हमला किया। एक ही रात में रूस ने 367 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिसमें तीन बच्चों सहित कम से कम 12 नागरिकों की जान चली गई और यूक्रेन के 22 क्षेत्रों में भारी तबाही मच गई।
ज़ेलेंस्की ने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया पर नाराज़गी जताते हुए कहा,
“दुनिया की यह चुप्पी—खासतौर पर अमेरिका की—पुतिन को बढ़ावा दे रही है। युद्ध अब हर दिन, हर घड़ी जारी है। यह चुप्पी अब और नहीं चल सकती।”
हालाँकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“मैं पुतिन के व्यवहार से खुश नहीं हूं। वह बहुत से लोगों को मार रहे हैं। लेकिन मैं नहीं समझ पा रहा कि उन्हें क्या हो गया है।”
ट्रंप ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि अमेरिका क्या कदम उठाने वाला है।
इस बीच ट्रंप के यूक्रेन मामलों के विशेष दूत कीथ केलॉग ने कीव के ऊपर धुएं की तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि,
“यह हमला निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या का उदाहरण है और 1977 के जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन है। अब युद्धविराम की ज़रूरत है।”
हमलों का पैमाना और असर
यूक्रेनी वायु सेना के मुताबिक, शनिवार रात 8:40 बजे से रविवार सुबह 11 बजे तक रूस ने कुल 298 ड्रोन और 69 मिसाइलें लॉन्च कीं। इनमें से 266 ड्रोन और 45 मिसाइलों को मार गिराया गया, फिर भी 22 क्षेत्र प्रभावित हुए।
ज़ेलेंस्की ने बताया कि 30 से अधिक शहरों और गांवों में राहत और बचाव अभियान चलाना पड़ा।
यूक्रेन की उप विदेश मंत्री मारियाना बेत्सा ने बताया कि ज़ाइटॉमिर क्षेत्र में मारे गए तीन बच्चे—8 वर्षीय स्टानिस्लाव, 12 वर्षीय तमारा और 17 वर्षीय रोमन—सगे भाई-बहन थे। वहीं खार्किव क्षेत्र के कुप्यंस्क शहर में 85 और 56 वर्ष की दो महिलाएं मारी गईं। कीव क्षेत्र में भी चार लोगों की मौत और 16 घायल हुए, जिनमें तीन बच्चे शामिल हैं।
यूक्रेनी आंतरिक मंत्री इहोर क्लिमेंको ने इसे सीधा नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया एक समन्वित और क्रूर हमला बताया। उन्होंने कहा कि 60 से अधिक लोग घायल, 80 आवासीय भवन तबाह, और 27 जगहों पर आग लगी है।
अमेरिका की भूमिका पर सवाल
ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा रूस पर नए प्रतिबंध न लगाना और उचित कूटनीतिक दबाव न डालना उसकी "चुप्पी" को दर्शाता है।
उनका मानना है कि
“रूस की सैन्य क्षमताएं अब भी काफी हद तक बरकरार हैं, और यही वजह है कि पुतिन युद्धविराम के लिए तैयार नहीं हो रहे।”
दूसरी ओर ट्रंप बार-बार पुतिन से सीधी बातचीत द्वारा समाधान की बात करते रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है। यूरोपीय संघ रूस पर नए प्रतिबंधों की तैयारी कर रहा है, जबकि अमेरिका ने यह संकेत दिया है कि या तो वार्ता में प्रगति होगी या वह पीछे हट जाएगा।