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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि रूस अगले साल भी युद्ध जारी रखने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने सहयोगी देशों से, विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका से, सुरक्षा और आर्थिक मदद बढ़ाने की अपील की है। ज़ेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ पश्चिमी देश मानते हैं कि रूस संघर्ष समाप्त करना चाहता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा,“आज हमें मॉस्को से फिर संकेत मिले हैं कि वे अगले साल को युद्ध का साल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। ये संकेत सिर्फ हमारे लिए नहीं हैं। हमारे साझेदारों—खासतौर पर अमेरिका—के लिए ज़रूरी है कि वे इन्हें देखें और उन पर प्रतिक्रिया दें, क्योंकि अक्सर कहा जाता है कि रूस युद्ध खत्म करना चाहता है।”
उन्होंने आगे कहा कि रूस के संकेत इसके ठीक उलट हैं और ये उसकी सेना को दिए गए आधिकारिक आदेशों के रूप में सामने आ रहे हैं। ज़ेलेंस्की के मुताबिक, जब रूस इस मानसिकता में होता है, तो वह कूटनीति को भी कमजोर करता है—दस्तावेज़ों की भाषा और दबाव का इस्तेमाल कर अपने असली इरादों को छिपाने की कोशिश करता है। “इसका मकसद यूक्रेन और यूक्रेनियों को नष्ट करना और हमारी ज़मीन पर कब्ज़े को वैध ठहराना है,” उन्होंने कहा। उन्होंने चेताया कि भविष्य में यूरोप के अन्य देशों को भी रूस अपनी तथाकथित “ऐतिहासिक ज़मीन” बताकर निशाना बना सकता है।
ज़ेलेंस्की ने रूस से सुरक्षा के लिए ठोस कदमों की मांग करते हुए कहा कि सुरक्षा उपाय, वित्तीय सहायता—जिसमें रूसी संपत्तियों पर कार्रवाई—और राजनीतिक कदम ज़रूरी हैं। उन्होंने कहा, “साझेदारों का साहस चाहिए—सच को देखने, स्वीकार करने और उसी के अनुसार कार्रवाई करने का।”
इससे पहले बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि मॉस्को अपने उद्देश्यों को हासिल करेगा और पश्चिम के साथ युद्ध के आरोपों को खारिज किया। यूरोपीय संघ रूस की संपत्तियां ज़ब्त कर यूक्रेन की मदद पर विचार कर रहा है, जबकि यह युद्ध अब अपने चौथे कठोर सर्दी के दौर में प्रवेश कर चुका है।
अल जज़ीरा के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में पुतिन ने पश्चिम में रूस के खिलाफ युद्ध की तैयारी की बातों को “हिस्टीरिया और झूठ” बताया, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि क्रेमलिन के युद्ध लक्ष्य “निश्चित रूप से” पूरे होंगे और पिछले साल में 300 इलाकों को “मुक्त” किया गया।
उधर, हाल के हफ्तों में रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे के ऊर्जा ढांचे और तेल रिफाइनरियों को निशाना बनाने की कार्रवाइयों में भी इज़ाफा किया है।






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