वाशिंगटन. पाकिस्तान के जघन्य खेल को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान की रस्सियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. संयुक्त राज्य अमेरिका ने आज इस विफलता को अफगानिस्तान में इसके पीछे आईएसआई की साजिशों के कारण देखा है. पाकिस्तान के सशस्त्र उग्रवादी समूहों के समर्थन ने दुनिया के लिए संकट पैदा कर दिया है. अब, इस्लामाबाद की अपनी यात्रा से पहले, अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने पाकिस्तान से सभी सशस्त्र समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया है.
अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन ने कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के साथ एक मजबूत साझेदारी चाहते हैं और हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान बिना किसी भेदभाव के सभी आतंकवादी और आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करेगा.” अमेरिका की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान देश के अंदर और बाहर सशस्त्र समूहों के साथ सुलह करने की कोशिश कर रहा है.
अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन 7और 8अक्टूबर को अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों से मुलाकात करेंगी. यह याद किया जा सकता है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में दोहरा खेल खेलने के अमेरिकी आरोपों का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा, “दोनों देशों को आतंकवाद से बहुत नुकसान हुआ है और हम सभी क्षेत्रीय और वैश्विक खतरों को खत्म करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.”
वेंडी शर्मन इस समय स्विट्जरलैंड में हैं. वह भारत और उज्बेकिस्तान भी जाएंगी. अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का विरोध करने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा कि उनकी सरकार ने पाकिस्तानी तालिबान के सामने आत्मसमर्पण करने पर चर्चा की थी.
इमरान खान ने दुनिया को अफगान तालिबान के संपर्क में रहने और वित्तीय सहायता प्रदान करने की भी सलाह दी है. याद रखें, संयुक्त राज्य अमेरिका तालिबान सरकार को मान्यता देने का विरोध करता है. वेंडी शेरमेन ने भी अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार की पाकिस्तान की मांग की प्रशंसा की. उन्होंने आगे कहा कि हम वांछित परिणाम हासिल करने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका देखते हैं.