इस्लामाबाद. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निर्वासित नेता सरदार शौकत अली कश्मीरी ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी संसद न तो वैध है और न ही लोकतांत्रिक है, क्योंकि बुधवार को 33बिल बिना किसी चर्चा के पारित किए गए.
शौकत अली कश्मीरी यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के अध्यक्ष हैं. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि इससे पहले मंगलवार को, पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को चुनावी सुधारों पर आम सहमति विकसित करने के लिए बातचीत किए बिना संसद का संयुक्त सत्र बुलाने के लिए फटकार लगाई थी.
संयुक्त विपक्ष के सीनेटरों ने बुलडोज करने की योजना बनाने वाले अपने अलग हुए सहयोगियों (पीएमएल-क्यू) के समर्थन को वापस जीतने के लिए सर्वसम्मति बनाने के प्रयासों के नाम पर खान की सरकार के विरोध में सदन से वाकआउट किया.
जियो न्यूज द्वारा रिपोर्ट किया गया है कि कई विवादास्पद बिल पारित किए गए, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से संबंधित बिल शामिल हैं.
बलात्कार विरोधी (जांच और परीक्षण) विधेयक, 2021य आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक, 2021य इस्लामाबाद कैपिटल टेरिटरी चौरिटीज रजिस्ट्रेशन, रेगुलेशन एंड फैसिलिटेशन बिल, 2021, संघीय लोक सेवा आयोग (नियमों का सत्यापन) विधेयक, 2021य कृषि, वाणिज्यिक और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए ऋण (संशोधन) विधेयक, 2021 आदि पारित किए गए 33 विधेयकों में से कुछ थे.