फर्गस फॉल्स (अमेरिका)
अमेरिका-कनाडा सीमा पार करते समय ठंड में जान गंवाने वाले एक भारतीय परिवार की दर्दनाक मौत के तीन साल बाद, इस अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट के मुख्य साज़िशकर्ता हर्षकुमार रमनलाल पटेल को बुधवार को मिनेसोटा की एक अदालत ने 10 साल की जेल की सज़ा सुनाई।
यह मामला जनवरी 2022 का है जब भारत के गुजरात स्थित डिंगूचा गांव से ताल्लुक रखने वाला परिवार—39 वर्षीय जगदीश पटेल, उनकी पत्नी वैशालीबेन (लगभग 30 वर्ष), 11 साल की बेटी विहांगी और 3 साल का बेटा धार्मिक—कनाडा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करते समय भीषण ठंड में जान गंवा बैठा।
उनके शव रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस को मैनिटोबा और मिनेसोटा की सीमा के पास 19 जनवरी 2022 को मिले थे।
संघीय अभियोजकों ने अदालत से मांग की थी कि मानव तस्करी रैकेट के सरगना हर्षकुमार पटेल को 20 साल और इस परिवार को सीमा से लेने पहुंचे ड्राइवर स्टीव एंथनी शैंड को 11 साल की सज़ा दी जाए।
शैंड को भी बुधवार को सजा सुनाई जानी थी।
यह मामला भारतीय प्रवासियों की बढ़ती जोखिम भरी यात्राओं और मानव तस्करी के खतरनाक नेटवर्क की एक गंभीर चेतावनी बन गया है।