इज़राइली सेना ने दावा किया है कि उसने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया है. इन हमलों में मध्य तेहरान सहित कई इलाकों को निशाना बनाया गया.
हमले के बाद ईरान ने भी करारा जवाब देते हुए इज़राइल पर 100 से ज्यादा ड्रोन लॉन्च किए.हालांकि, इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि उसके लड़ाकू विमानों ने सभी ड्रोन को इज़राइल की सीमा में पहुंचने से पहले ही मार गिराया। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
ईरान का कड़ा संदेश
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इज़राइल को चेतावनी दी है कि ईरानी सरज़मीं पर हमले और शीर्ष सैन्य अधिकारियों व छह परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के बाद इज़राइल को “कड़ी सज़ा” के लिए तैयार रहना चाहिए.
ईरान के आईआरजीसी कमांडर हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि ईरानी सरकारी मीडिया ने की है.वहीं, अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी भी इन हमलों में मारे गए हैं.
इज़राइल का दावा
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक ज़रूरी होगा.रक्षा मंत्री योआव गैलंट और मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने दावा किया कि IRGC के अधिकांश एयर कमांड अधिकारी मारे गए हैं. यह हमला उस समय किया गया, जब वे एक भूमिगत कमांड सेंटर में एकत्र हुए थे.
अमेरिकी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका इस संघर्ष में शामिल नहीं है और ईरान को चेतावनी दी कि वह क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर हमला न करे. अमेरिका की प्राथमिकता अपने सैनिकों की सुरक्षा है.
इज़राइल का व्यापक हवाई हमला
इज़राइल ने शुक्रवार सुबह 200 फाइटर जेट्स से ईरान पर हमला किया था. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, तेहरान के आसपास कम से कम 6 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें से 4 ठिकाने परमाणु सुविधाओं से जुड़े थे.
नुकसान की तस्वीरें
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तेहरान में कई वाहन और इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं.
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हमलों के बाद तेहरान के कई इलाकों में धुएं के गुबार देखे गए.
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बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में गिरा मलबा, कई आम नागरिक भी हताहत हुए.
ताज़ा अपडेट्स
9 मिनट पहले:इज़राइल का दावा – IRGC के अधिकतर एयर कमांड अधिकारी मारे गए.
47 मिनट पहले:IDF का बयान – ईरानी ड्रोन हमले पूरी तरह से नाकाम, एक भी ड्रोन इज़राइल की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाया.होम फ्रंट कमांड ने कहा – बम शेल्टर में रहने की ज़रूरत नहीं, पर भीड़ इकट्ठा होने पर अब भी रोक है.स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका गहराती जा रही है.