भारत-अमेरिका रक्षा अधिकारियों की बैठक: साझेदारी मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 20-08-2025
India-US Defense Officials Meeting: Discussed defense purchases, reiterated commitment to strengthen partnership
India-US Defense Officials Meeting: Discussed defense purchases, reiterated commitment to strengthen partnership

 

नई दिल्ली

भारत और अमेरिका के रक्षा अधिकारियों ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें रक्षा खरीद से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई और भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई गई। यह जानकारी भारत के रक्षा मंत्रालय ने दी।

रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर बताया,"अमेरिकी रक्षा विभाग के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस (दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया) डॉ. एंड्रयू बायर्स ने आज भारत के जॉइंट सेक्रेटरी (मैरीटाइम एंड सिस्टम्स एक्विजिशन) श्री दिनेश कुमार से मुलाकात की। दोनों अधिकारियों ने रक्षा खरीद के अहम मुद्दों पर चर्चा की और भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को और प्रगाढ़ करने की प्रतिबद्धता जताई।"

इससे पहले, 14 अगस्त को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा था,"भारत-अमेरिका की रक्षा साझेदारी, जो कई आधारभूत रक्षा समझौतों पर आधारित है, द्विपक्षीय संबंधों का एक अहम स्तंभ है। यह सहयोग कई क्षेत्रों में मजबूत हुआ है। एक अमेरिकी रक्षा नीति टीम के अगस्त मध्य में दिल्ली आने की उम्मीद है। इस महीने के अंत में अलास्का में भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘युद्ध अभ्यास’ का 21वां संस्करण भी होने वाला है।"

प्रवक्ता ने यह भी कहा कि 2+2 इंटरसेशनल बैठक के लिए दोनों पक्ष कार्य-स्तर पर सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं और रक्षा खरीद प्रक्रिया नियमानुसार आगे बढ़ रही है।

इसके पहले जुलाई 2025 में, भारत और अमेरिका के शीर्ष रक्षा अधिकारियों ने ‘एक्सरसाइज़ टैलिसमैन सेबर 2025’ के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की थी, जिसमें रणनीतिक सैन्य सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा समन्वय, और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में परिचालन तत्परता को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई थी।

यह चर्चा रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने, भविष्य की संयुक्त सैन्य कार्यवाहियों और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के संयुक्त प्रयासों पर केंद्रित रही, जैसा कि इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ द्वारा बताया गया।