डॉ आमना प्राकृतिक उपचार से कैंसर का इलाज करने वाली विश्व की पहली महिला बनीं

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 12-04-2021
डॉ आमना प्राकृति उपचार से कैंसर का इलाज करने वाली विश्व की पहली महिला बनीं
डॉ आमना प्राकृति उपचार से कैंसर का इलाज करने वाली विश्व की पहली महिला बनीं

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

पड़ोसी पाकिस्तान से अक्सर बुरी खबरें ही आती रहती हैं.इस बार एक अच्छी खबर आई है. इस मुल्क की डाॅक्टर डॉ आमना खान नोवेल केमिकल्स याना प्राकृतिक रासायनों में शोध करने वाली दुनिया की पहली महिला छात्रा बनी हैं.
 
पाकिस्तानी डॉक्टर आमना खान को माल्टा विश्वविद्यालय में नावेल केमिकल्स यानी प्राकृतिक रासायन में शोध के लिए दुनिया की पहली छात्रा के तौर पर नामित किया है. उन्होंने प्राकृतिक उपचार से हड्डी कैंसर का इलाज ढूंढ निकाला है.
 
माल्टा के नेशनल टीवी से एक साक्षात्कार में आमना खान ने कहा कि दुनिया में पहली बार प्राकृतिक रसायनों के साथ हड्डी के कैंसर पर शोध किया जा रहा है. ये प्राकृतिक रसायन, कीटों और पौधों से प्राप्त किए जाते हैं और उनसे इलाज किया जा सकता है. 
 
उन्होंने बताया, ‘‘वह कीमोथेरेपी की तरह स्वस्थ हड्डियों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. वह सिर्फ कैंसर कोशिकाओं को मारते है.‘‘आमना खान ने कहा कि इस शोध में मैंने यह साबित करने की कोशिश की है.उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक उपचार को कीमोथेरेपी द्वारा हड्डी के कैंसर के इलाज के बदले इस्तेमाल किया जा सकता है. इस आधुनिक उपचार से कैंसर रोगियों के जीवित रहने की दर बढ़ेगा.
 
आमना खान ने कहा कि इस विधि का उपयोग पहले कभी  दुनिया में कहीं हड्डी के कैंसर में नहीं किया गया. इस उपचार का एक कारण यह भी है कि इससे कीमो के कारण रोगी और शरीर के बाकी हिस्सों में बहुत दर्द नहीं होगा..
 
डॉ. आमना खान ने एक सफल शोध किया है और हड्डियों से हड्डी के कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया.  बाकी स्वस्थ हड्डियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.यह बहुत सफल प्रयोग है, जिससे हड्डी के कैंसर जैसे संक्रामक रोगों के इलाज में बड़ी सफलता मिल सकती है.
डॉ
 आमना ने इस शोध पर अपनी पुस्तक माल्टा के राष्ट्रपति जॉर्ज विला को भेंट की, जिस पर माल्टा के राष्ट्रपति ने उनकी भरपूर तारीफ. कहा कि डॉ आमना का शोध वर्तमान में 
अमूल्य साबित होगा. हमें गर्व है कि यह शोध माल्टा विश्वविद्यालय में किया गया.