नई दिल्ली. ब्रिटेन के गृह विभाग द्वारा चिकित्सकीय आधार पर लंदन में नवाज शरीफ के प्रवास को बढ़ाने से इनकार करने के बाद, पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री ने जवाब में ब्रिटिश इमिग्रेशन ट्रिब्यूनल में अपील दायर की.
डॉन न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि गृह विभाग के फैसले ने इमरान खान सरकार को विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो को 24घंटे के नोटिस पर पाकिस्तान लौटने की व्यवस्था करने की पेशकश करने के लिए प्रेरित किया.
सचिव मरियम औरंगजेब ने गुरुवार को डॉन न्यूज को बताया कि पीएमएल-एन सूचना में कहा गया है कि ब्रिटेन के गृह विभाग ने चिकित्सा आधार पर शरीफ के प्रवास को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, शरीफ कानूनी रूप से ब्रिटेन में तब तक रहेंगे, जब तक कि न्यायाधिकरण देश में उनके रहने के लिए उनकी याचिका पर अपना फैसला जारी नहीं कर देता.
उन्होंने कहा कि शरीफ पहले ही गृह विभाग के फैसले को चुनौती देते हुए ब्रिटिश इमिग्रेशन ट्रिब्यूनल में अपील दायर कर चुके हैं. यूके के गृह विभाग का फैसला ट्रिब्यूनल के फैसले पर पहुंचने तक प्रभावी रहेगा.
इस धारणा को दूर करते हुए कि शरीफ ने अपने वीजा विस्तार से इनकार करने के बाद शरण के लिए आवेदन किया था. औरंगजेब ने कहा कि यह किसी भी तरह से राजनीतिक शरण नहीं है, केवल चिकित्सा आधार पर उनके प्रवास के विस्तार के लिए अनुरोध है.
उन्होंने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मंत्रियों को शरीफ के स्वास्थ्य पर राजनीति करने के लिए फटकार लगाई.
उन्होंने कहा कि जब तक शरीफ का इलाज पूरा नहीं हो जाता और डॉक्टर उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं देते, वह ब्रिटेन में ही रहेंगे.
औरंगजेब ने डॉन न्यूज को आगे बताया कि शासन के किराए के प्रवक्ता शरीफ पर राजनीति कर रहे है, जो पहले अपनी बीमार पत्नी को मौत के घाट पर छोड़कर पाकिस्तान लौट आए थे.
इलाज के आधार पर नवंबर 2019से लंदन में रह रहे शरीफ का पासपोर्ट इस साल फरवरी में खत्म हो गया था.
पीटीआई सरकार ने शरीफ को नया राजनयिक पासपोर्ट जारी करने के अनुरोध को ठुकरा दिया था.
गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश के अनुसार शरीफ के पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा.