ढाका/नई दिल्ली
बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT-BD) की अभियोजन टीम ने सेना को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि बुधवार तक सेना अपने 15 सेवारत अधिकारियों को अदालत में पेश नहीं करती, तो उन्हें ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया जाएगा।
आईसीटी-बीडी के अभियोजक गाजी एम.एच. तमीम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा,"अगर वे कल अदालत में पेश नहीं होते हैं, तो न्यायाधिकरण अगली तारीख तय करेगा और उनके खिलाफ समन की सूचना दो अखबारों में प्रकाशित कराई जाएगी। इसके बावजूद पेश न होने पर उन्हें 'भगोड़ा' घोषित कर दिया जाएगा।"
उन्होंने बताया कि न्यायाधिकरण पहले ही कई पूर्व और वर्तमान अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुका है। पुलिस महानिरीक्षक को इस आदेश पर अमल करने को कहा गया था, और वारंट की प्रतियां संबंधित सशस्त्र बलों के प्रमुखों को भी भेजी गई थीं।
सेना ने 11 अक्टूबर को मीडिया को जानकारी दी थी कि ICT-BD के गिरफ्तारी वारंट के बाद उसने 16 में से 15 अधिकारियों को ‘सैन्य हिरासत’ में ले लिया है।
हालांकि, सेना का कहना है कि उसने किसी भी गिरफ्तारी वारंट की आधिकारिक प्रति प्राप्त नहीं की है। साथ ही, इस बात को लेकर चिंता जताई जा रही है कि इन अधिकारियों के खिलाफ सैन्य कानून के तहत कोर्ट मार्शल के बजाय दीवानी अदालत (ICT-BD अधिनियम) में मुकदमा चलाया जा रहा है, जो सेना की पारंपरिक प्रक्रिया से हटकर है।इस मुद्दे ने बांग्लादेश की सेना और न्याय व्यवस्था के बीच टकराव की आशंका को और गहरा कर दिया है।