अफगान सेना, तालिबान से व्यापार मार्गों पर फिर से नियंत्रण की तैयारी में

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 11-07-2021
अफगान सेना, तालिबान से व्यापार मार्गों पर फिर से नियंत्रण की तैयारी में
अफगान सेना, तालिबान से व्यापार मार्गों पर फिर से नियंत्रण की तैयारी में

 

आवाज द वाॅयस नई दिल्ली काबुल

अफगान सुरक्षा बल ईरान के साथ एक प्रमुख व्यापारिक गलियारे को तालिबान के नियंत्रण से अपने नियंत्रण में लेने की तैयारी कर रहे हैं.फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, पश्चिमी अफगान प्रांत हेरात के गवर्नर जिलानी फरहाद ने कहा कि ‘‘ईरान के साथ मुख्य व्यापार मार्ग इस्लाम कला पर नियंत्रण हासिल करने के लिए और सैनिकों को तैनात किया गया है.
 
शुक्रवार को तालिबान लड़ाकों ने ईरान की सीमा से लगे हेरात प्रांत के एक इलाके इस्लाम कला और तुर्कमेनिस्तान से लगे तोर घांडी गलियारे पर कब्जा कर लिया. इस्लाम काला अफगानिस्तान और ईरान के बीच सबसे बड़ा व्यापार मार्ग है.
 
तालिबान का दावा है कि उसने अफगानिस्तान के 85 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है और 400 में से 250 जिले अब उसके नियंत्रण में हंै. हालांकि, अफगान सरकार तालिबान के दावे से असहमत है.
 
हेरात के ताजिक कमांडर इस्माइल खान ने अफगान सेना को समर्थन का आश्वासन दिया है. 2001 में, इस्माइल खान के लड़ाके तालिबान सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अमेरिकी सेना के साथ सेना में शामिल हो गए.
इस्माइल खान ने कहा कि ‘‘वे जल्द ही मौके पर मौजूद रहेंगे और स्थिति बदलेगी.‘‘
 
कमांडर इस्माइल खान ने अपने लड़ाकों को हेरात शहर में तैनात कर दिया है और शहर के प्रवेश द्वारों की रखवाली भी कर रहे हैं.अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की तेजी से वापसी के साथ ही तालिबान की कार्रवाई तेज हो गई है. तालिबान के अनुसार, ‘‘उन्होंने पश्चिमी अफगानिस्तान में ईरान के साथ सीमा से लेकर चीन की सीमा तक दो व्यापार मार्गों पर नियंत्रण कर लिया है.‘‘
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इसके अलावा, चीन ने अफगानिस्तान से अपने 210 नागरिकों को वापस लेने, अमेरिकी सैनिकों की जल्दबाजी में वापसी की आलोचना की है, जबकि अन्य जल्द से जल्द वहां से निकल जाएंगे. चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘‘अफगानिस्तान में एक जटिल और कठिन सुरक्षा स्थिति से नागरिकों को निकालने का निर्णय लिया गया है.‘‘
 
कंधार प्रांत के एक अस्पताल के एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘तालिबान और अफगान सेना के बीच लड़ाई अब शहरों के करीब पहुंच रही है.‘‘अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटों में 15 सैन्य कर्मियों सहित दर्जनों घायलों को अस्पताल लाया गया है.‘‘
 
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दोहराया कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य मिशन 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि वह अफगानिस्तान में लड़ने के लिए अमेरिकियों की एक और पीढ़ी नहीं भेजेंगे.
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बाइडेन ने कहा, ‘‘अफगान लोग अपना भविष्य खुद तय करेंगे.‘‘शनिवार को तालिबान ने काबुल के पड़ोसी लगमान प्रांत के एक जिले पर कब्जा करने का दावा किया था.