जम्मू कश्मीर की हनाया निसार को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 25-01-2023
जम्मू कश्मीर की हनाया निसार को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023
जम्मू कश्मीर की हनाया निसार को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023

 

 
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 
 
इस साल राष्ट्रीय बाल पुरस्कार की अलग-अलग कैटेगिरी में देश भर से 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार यानी पीएमआरबीपी-2023 के लिए चुना गया है. इसी कड़ी में आपको बता दें कि मार्शल आर्ट में जम्मू-कश्मीर की स्वर्ण पदक विजेता - हनाया निसार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. हनाया निसार पिछले सात सालों से मार्शल आर्ट खेल रही हैं. उन्होंने अक्टूबर 2018 में चिंगजू दक्षिण कोरिया में आयोजित तीसरी विश्व स्काय मार्शल आ‌र्ट्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता.

 
 
 
"हम विभिन्न खेलों को लोकप्रिय बनाने और फिटनेस पर जोर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हनाया निसार एक प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता हैं, जिन्होंने विभिन्न मार्शल आर्ट प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं. अपनी उपलब्धियों पर गर्व है," प्रधान मंत्री ने ट्वीट किया. निसार मंगलवार को 11 पुरस्कार पाने वालों में से एक हैं.
 
 
मार्शल आर्ट चैंपियन हनाया
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले से 16 साल की हनाया निसार को यह पुरस्कार मार्शल आर्ट के लिए मिला है. उन्होंने साउथ कोरिया में वर्ल्ड एसक्यूएवाई मार्शल आर्ट्स चैंपियरनशिप में 12 साल की उम्र में गोल्ड मेडल जीता.
 
 
वह कहती हैं, मैं मेरे पैरंट्स और कोच को शुक्रिया कहती हूं, जिन्होंने मेरी इस गेम से पहचान करवाई. 4 साल की उम्र से मैं खेल रही है और आज यह प्रतिष्ठित सम्मान पाकर यही लग रहा है कि इस गेम में बढ़ती रहूं. मैं लॉ की पढ़ाई भी करना चाहती हूं.
 
 
पुरस्कार विजेता 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं, जिनमें छह लड़के और पांच लड़कियां शामिल हैं: आदित्य सुरेश, एम. गौरवी रेड्डी, श्रेया भट्टाचार्जी, संभब मिश्रा, रोहन रामचंद्र बहिर, आदित्य प्रताप सिंह चौहान, ऋषि शिव प्रसन्ना, अनुष्का जॉली, हनाया निसार, कोलागाटला अलाना मीनाक्षी और शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे.
 
इस वर्ष हनाया निसार सहित देश के 11 बच्चों को प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है और उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा 1 लाख रुपये के नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है.
 
 
मिलिए अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार पाने वाले राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से: 
 
महाराष्ट्र के 15 साल के रोहन रामचंद्र बहिर ने अपनी जान की परवाह किए बिना एक महिला की जान बचाई, तो 8 साल के ऋषि शिव कम उम्र में ही ऐप डेवलपर बन गए. ऐसे कमाल के हुनर वाले 11 बच्चे ‘प्रधानमंत्री राष्ट्र्रीय बाल पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किए गए, जिनकी मेहनत, जोश और नया रचने का रोमांच बड़ों को भी प्रेरित करता है. बहादुरी, इनोवेशन, सोशल सर्विस से लेकर खेलकूद, आर्ट-कल्चर, इन पांच फील्ड में 11 राज्यों के ये इन बच्चों को सोमवार को देश की राष्ट्रपति ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया.
 
 
 
लंबे अंतराल तक तबला बजाने के लिए 12 साल की असम की श्रेया भट्टाचार्या का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है, तो गुजरात के शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे नैशनल लेवल के मलाखंब खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सबसे कम उम्र में पिछले साल नैशनल गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता. आंध्र प्रदेश की इंटरनैशलन चेस प्लेयर 11 साल की कोलागतला अलाना मीनाक्षी 4 साल की उम्र से चेस खेल रही हैं और वर्ल्ड्स नंबर 1 का खिताब जीत चुकी हैं, तो 17 साल की ओडिशी डांसर गौरवी रेड्डी 2016 में इंटरनैशलन डांस काउंसिल में नॉमिनेट होने वाली सबसे युवा आटिस्ट रहीं.
 
 
 
गुजरात के छोटी उम्र के मलखंब खिलाड़ी
गुजरात के शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे नैशनल लेवल के मलखंब खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सबसे कम उम्र में पिछले साल नैशनल गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता.
 
 
नंबर वन रहीं 11 साल की चेस प्लेयर
आंध्र प्रदेश की इंटरनैशलन चेस प्लेयर 11 साल की कोलागतला अलाना मीनाक्षी 4 साल की उम्र से चेस खेल रही हैं और वर्ल्ड नंबर 1 का खिताब जीत चुकी हैं.
 
 
ओडिशी डांसर गौरवी रेड्डी
17 साल की ओडिशी डांसर गौरवी रेड्डी 2016 में इंटरनैशलन डांस काउंसिल में नॉमिनेट होने वाली सबसे युवा आटिस्ट रहीं.
 
 
बीमारी नहीं बनी कमजोरी… गाते रहे आदित्य
केरल से 16 साल के आदित्य सुरेश इस पुरस्कार से नवाजे गए, जो बचपन से ऑस्टियोजेनिस बीमारी से पीड़ित हैं मगर बीमारी ने उन्हें कमजोर नहीं किया बल्कि वो कम उम्र में ही मशहूर गायक बन गए और अब तक 500 इवेंट में वो परफॉर्म कर चुके हैं. आदित्य कहते हैं, दिल्ली आकर यह सम्मान पाकर मैं बहुत खुश हूं. मैं आगे चलकर भी गायक ही बने रहना चाहता हूं मगर पढ़-लिखकर नौकरी भी करूं. मेरी बीमारी मेरे लिए मायने नहीं रखती, मैं गाता हूं और यही मेरा जुनून है, मुझे लोग पसंद करते हैं, यह मेरी ताकत है.
 
 
इनोवेशन आदित्य का पैशन
छत्तीसगढ़ के 17 साल के आदित्य प्रताप सिंह चौहान ने कंप्यूटर एलॉगरिदम के इस्तेमाल कर ‘MICROPA’ बनाया है. आदित्य बताते हैं, मैंने एक डिवाइस पानी में पाए जाने वाले माइक्रो प्लास्टिक को अलग करने के लिए एक डिवाइस बनाया है। मैंने इस पर क्लास 10 में आकर काम करना शुरू कर दिया था. 20 जनवरी को मुझे पता चला कि यह सम्मान मुझे मिला है. यह मेरे लिए सम्मान की बात है. आगे भी मैं ऐसे इनोवेशन करना चाहता हूं जो उन्हें फायदा दें.
 
 
सबसे कम उम्र के एंड्रॉयड डेवेलपर और यूट्यूबर
इनोवेशन कैटेगिरी में अवॉर्ड पाने वाले ऋषि शिव प्रसन्ना सबसे कम उम्र के सर्टिफाइड एंड्रॉयड डेवेलपर हैं. ऋषि के पास 180 IQ लेवल का सर्टिफिकेट भी है. यही नहीं, वह सबसे कम उम्र के यूट्यूबर भी हैं, जो अपने चैनल के हर ऐपिसोड में साइंस संबंधी विषयों पर जानकारी देते हैं.
 
 
बुली के खिलाफ अनुष्का की जंग
दिल्ली के सर्वप्रिय विहार में रहने वालीं 14 साल की स्टूडेंट अनुष्का जॉली को सोशल सर्विस फील्ड में यह सम्मान मिला है. उन्होंने एक ऐप बनाई ‘एंटी बुलिंग स्क्वॉड कवच’ बनाई है, जिसके जरिए वह बुली के खिलाफ स्टूडेंट्स को आवाज उठाने की ताकत दे रही हैं. वह कहती हैं, बचपन में मुझे कई लोग बुली करते थे, मेरे कर्ली बाल, ब्राउन स्किन को लेकर. मेरी तरह कई स्टूडेंट्स स्कूल में बुली होते हैं जिससे उनकी मेंटल हेल्थ बिगड़ती है. 8 साल की उम्र से ही मैंने इसके खिलाफ स्कूल में जाकर और ऑनलाइन स्टूडेंट्स को सेशन देना शुरू किया. मैं 20 हजार से ज्यादा स्कूलों के 20 लाख बच्चों से जुड़ चुकी हूं. यह पुरस्कार पाकर मैं बहुत खुश हूं.