आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इंसानियत और भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए मशहूर पंजाबी सिंगर गुलशन खान सोमवार को राजस्थान के अजमेर स्थित सूफ़ी संत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर पहुंचे.यहां उन्होंने पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर भारत के बाढ़ पीड़ितों की सलामती और राहत के लिए विशेष दुआ मांगी.
दरगाह में चादर और फूल चढ़ाकर गुलशन खान ने कहा कि इंसानियत हर धर्म से ऊपर है। “हम कलाकार हैं और हमारी पहचान तभी सार्थक है जब हम समाज के दुख-सुख में साथ खड़े हों. इस समय पंजाब के कई ज़िले बाढ़ से प्रभावित हैं, लोग अपने घरों और खेतों से बेघर हो गए हैं। मेरी दुआ है कि ख़्वाजा साहब इन लोगों को हिम्मत और राहत दें.
गुलशन खान ने कहा कि जब भी देश या समाज में कोई संकट आता है तो हमें एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने बताया कि पंजाब में इस समय सैकड़ों गांव पानी में डूबे हैं, हजारों परिवार बेघर हो गए हैं, बच्चे और बुज़ुर्ग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे हैं. सरकार और प्रशासन के साथ-साथ समाज के कई वर्ग और संगठन राहत कार्यों में जुटे हैं.
उन्होंने अपने प्रशंसकों और चाहने वालों से भी अपील की कि वे बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए आगे आएं। “हम सबको अपने स्तर पर योगदान देना चाहिए.चाहे वह राशन भेजना हो, कपड़े देना हो, दवाइयां भेजनी हों या पैसे दान करना – हर मदद इस समय बाढ़ पीड़ितों के लिए अमूल्य है,” उन्होंने कहा.
दरगाह कमेटी के सदस्यों और वहां मौजूद लोगों ने भी गुलशन खान के इस पहल की सराहना की. दरगाह के सज्जादानशीन ने कहा कि इस तरह के कदम लोगों में इंसानियत और करुणा को बढ़ाते हैं. “ख़्वाजा साहब की दरगाह पर हर धर्म, हर तबके के लोग आते हैं. यहां इंसानियत सबसे बड़ा मज़हब है,” उन्होंने कहा.