भारत-यूके का खालिस्तानियों को जोरदार झटका, एनएसए डोभाल और पीएम सुनक की तस्वीरें क्यों हो रहीं वायरल

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 26-03-2024
India-UK's big blow to Khalistanis, why are pictures of NSA Doval and PM Sunak going viral?
India-UK's big blow to Khalistanis, why are pictures of NSA Doval and PM Sunak going viral?

 

मलिक असगर हाशमी/ नई दिल्ली

भारत के साथ मिलकर यूके ने खालिस्तानियों को जोर का झटका दिया है. एक ही झटके में खालिस्तानियों के 1,00करोड़ रूपये जब्त कर लिए गए. दिलचस्प बात है कि कथित तौर पर इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद इसपर कहीं कोई खास चर्चा नहीं . इस बीच प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि यूके में अब हिंसा और कट्टरवाद नहीं चलेगा.’’

पहले ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जब खालिस्तानी अपना झंडा लिए कहीं भी घुस जाया करते थे. यहां तक कि उन्होंने भारत के दूतावास पर हमले भी किए . मगर अब स्थिति बदल रही है.सोशल मीडिया पर अभी ऐसे कई वीडियो मौजूद हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी खालिस्तानियों को सुरक्षा कर्मी धकियाते दिख जाएंगे.

ऐसा ही एक वीडियो गुजरात के लेखक सोहराब अब्बास ने सोशल मीडिया पर साझा किया है. इसके साथ उन्होंने आरोप लगाया है कि खालिस्तानियों की भारत विरोधी हरकतों को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का समर्थन प्राप्त है.वीडियो साझा करते हुए उन्होंने एक्स पर एक के एक तीन ट्वीट किए हैं, जिसमें लिखा है-‘‘ इस वीडियो की तरह, ऐसे कई दस्तावेजी सबूत ऑनलाइन उपलब्ध हैं जहां कोई देख सकता है कि खालिस्तानी खालिस्तान मांगने के बजाय भारत को विभाजित करने के बारे में अधिक भावुक हैं.

उन्होंने आगे लिखा है-‘‘खालिस्तानियों द्वारा ऐसे सभी घृणा अपराध ट्रूडो प्रशासन की निगरानी में होते हैं, जहां पुलिस या तो आंखें मूंद लेती है या प्रदर्शनकारी भूमिका निभाती है.वे लिखते हैं-‘‘इस वीडियो की तरह, ऐसे कई दस्तावेजी सबूत ऑनलाइन उपलब्ध हैं जहां कोई देख सकता है कि खालिस्तानी खालिस्तान मांगने के बजाय भारत को विभाजित करने के बारे में अधिक भावुक हैं.’

खालिस्तानी नियमित रूप से कनाडा में रैलियां आयोजित करते हैं. कभी भारतीय राजदूतों और राजनयिकों को धमकाने के लिए, कभी भारत विरोधी नारे लगाने के लिए, तो कभी हिंदुओं के खिलाफ नारे लगाने के लिए.ब्रिटेन द्वारा खालिस्तान पर आर्थिक कार्रवाई की जानकारी एक मीडिया आउटलेट्स ‘टाइम्स एल्जेबरा’ ने दी ट्वीट कर दी है.

उसकी ओर से कहा गया है, ‘‘ सुनक सरकार ने खालिस्तानियों के 300 बैंक एकाउंट सीज कर 100 करोड़ जब्त किए हैं. इसके अलावा 5000 बैंक खातों की निगरानी की जा रही है. साथ ही यह भी दावा किया गया है जिनके बैंक एकाउंट सीज किए गए उनमें एक एसएफजी प्रमुख गुरपतवंत सिंह भी शामिल है.

इस मीडिया आउटलेट का यह भी दावा है कि सीज किए गए बैंक खातों में कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से धन स्थानांतरण किए जा रहे थे. इस ट्वीट के साथ ऋषि सुनक और भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का फोटो साझा किया गया है.

इस खबर की पुष्टि न्यूज 18 सहित कई अन्य मीडिया आउटलेट्स ने भी की है.हालांकि स्ट्रैजिक थिंकर सोनम महाजन ट्वीट कर दावा करती हैं-‘‘मैंने यूके में विभिन्न पत्रकारों के साथ इसे सत्यापित करने की कोशिश की. इनमें से किसी को भी ऋषि सुनक द्वारा खालिस्तानियों के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई शुरू करने के बारे में पता नहीं चला.

कोई भी भारतीय मीडिया आउटलेट इसकी पुष्टि नहीं कर सका.’’‘टाइम्स एल्जेबरा’ के इसट्वीट बारे में उनका कहना है-‘‘यह एक हिंदी अखबार के पहले से ही अस्वीकृत पुराने कॉलम पर आधारित है.’’इसके इतर भारत के ’वन इंडिया’ ने दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है-‘‘ पिछले साल भारत के भारी दबाव के बाद ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक चरमपंथ से निपटने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन हुआ था. अजीत डोभाल से मुलाकात के बाद भारत आए ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम टुगेंडहाट ने इस टास्क फोर्स के लिए करीब 1करोड़ रुपये का फंड जारी किया था.

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से आगे कहा गया-‘‘पिछले साल गठित ब्रिटिश टास्क फोर्स की वॉच लिस्ट में 5हजार से अधिक अकाउंट हैं. टास्क फोर्स ने इन अकाउंट को 2तरह से बांटा है. पहले नंबर पर वो अकाउंट हैं जो सीधे-सीधे खालिस्तानी नेताओं के हैं वहीं दूसरे अकाउंट खालिस्तानी समर्थकों के हैं.

बैंक अकाउंट से एक बार में 50 हजार से अधिक रुपये का ट्रांजेक्शन होने पर डिटेल निकाली जाती है. इतना ही नहीं, ब्रिटिश टास्क फोर्स ने खालिस्तानी समर्थकों अमेरिका में बने नेटवर्क को तोड़ने के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई से भी संपर्क साधा है.

टास्क फोर्स के एक अधिकारी ने अखबार से बताया कि खालिस्तानी नेताओं की फंडिंग रोकने के लिए एक दल अगले महीने अमेरिका भी जाएगा. बैंक अकाउंट सीज होने की कार्रवाई तेज होने पर आशंका है कि हवाला के जरिये फंडिंग हो सकती है.

रिपोर्ट में ‘‘ अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस के अकाउंट में करीब 20 करोड़ रुपये सीज किए गए हैं. सिख फॉर जस्टिस ने स्कॉटलैंड में खालिस्तान के समर्थन में रैली निकालने के लिए ये रकम जमा की थी.’’

भारत और यूके के संयुक्त प्रयास से खालिस्तानियों पर कार्रवाई किए जाने की पुष्टि ऋषि सुनक के एक बयान से भी होती है. इस समय उनका वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कहते सुनाई दे रहे हैं, ‘‘ यूके अब हिंसा और कट्टरवाद सहन नहीं करेगा. भारत और यूके ऐसी गतिविधियों पर बारीक से नजर रख रहे हैं.खासकर खालिस्तानियों की गतिविधियों पर है.

वे आगे कहते सुनाई दे रहे हैं कि यूके और भारत की सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तानियों पर कार्रवाई करने के लिए संयुक्त रूप प्रयासरत हैं. दोनों देशों में इस मसले पर जानकारियों का आदान प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हाल में उनके रक्षा मंत्री की दिल्ली में भारत के उनके समकक्ष से मुलाकात हुई थी.’

’ बताया गया कि इस बीच उनकी देश के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात हुई थी. भास्कर की खबर के अनुसार, पिछले साल भारत के भारी दबाव के बाद ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक चरमपंथ से निपटने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन हुआ था. अजीत डोभाल से मुलाकात के बाद भारत आए ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम टुगेंडहाट ने इस टास्क फोर्स के लिए करीब 1करोड़ रुपये का फंड जारी किया है.दिलचस्प बात है कि खालिस्तानियों पर इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई किए जाने के बावजूद कहीं कुछ खास चर्चा नहीं है.