आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन जहां कई मामलों में मील का पत्थर साबित हुआ, वहीं धार्मिक सौहार्द के नजरिए से भी इसे उल्लेखनीय माना जाएगा. इतने बड़ आयोजन के दौरान नमाजियों के लिए भी खास व्यवस्था की गई थी.
शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले वैश्विक मेहमानों के लिए आयोजन स्थल सहित दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने के लिए जहां नटराज की भव्य मूर्ति लगाई गई थी तथा खाने के व्यंजन विशुद्ध भारतीय रखे गए थे, वहीं मजहबी ऐतबार से भी यह शिखर सम्मेलन यादगार रहेगा.
सम्मेलन स्थल पर नमाजियों के लिए खास इंतजाम किया गया था. यहां तक कि आयोजन कवर करने आए देश-विदेश के पत्रकारों के लिए भी यह व्यवस्था की गई थी.
आवाज द वॉयस की पत्रकार तृप्ति नाथ भी जी 20 शिखर सम्मेलन करने वहां मौजूद थीं. उनके मुताबिक, आयोजन को कवर करने के लिए बनाए गए मीडिया सेंटर में देष-विदेष के करीब 3,000 पत्रकार मौजूद रहे.
मंडपम से आवाज द वॉयस हिंदी के लिए शिखर सम्मेलन कवर करने गए वरिष्ठ पत्रकार अंदलीब अख्तर के अनुसार, मीडिया सेंटर में महिला-पुरुष नमाजियों के लिए दो स्थान निर्धारित थे. इसके लिए मीडिया सेंटर में बजाप्ता अलग-अलग नमाज रूम बनाया गया था.
अंदलीब के अनुसार, जी 20 शिखर सम्मेलन कवर करने के लिए दस से अधिक मुस्लिम देशों के पत्रकार मीडिया सेंटर में 9 एवं 10 सितंबर को मौजूद रहे. मीडिया सेंटर में नमाज की सुविधा होने से उन्हें सबसे ज्यादा सुविधा हुई.