आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारत ने बृहस्पतिवार को 12वीं विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के उद्घाटन के अवसर पर एक रंगारंग कार्यक्रम के दौरान अपनी सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया.
यह इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी पैरा चैंपियनशिप है। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार से शुरू होकर नौ दिन तक चलने वाली इस चैंपियनशिप की शुरुआत की घोषणा की जिसमें 104 देशों के लगभग 2200 पैरा एथलीट भाग लेंगे.
लगभग एक घंटे 45 मिनट तक चले समारोह के अंत में मांडविया ने कहा, ‘‘मैं विश्व पैरा एथलेटिक्स 2025 के उद्घाटन की घोषणा करता हूं. ’’
उद्घाटन से पहले खिलाड़ियों की परेड और 45 मिनट का सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। 104 देशों के एथलीट और अधिकारी जेएलएन स्टेडियम के वीआईपी क्षेत्र के सामने बनाए गए मंच पर बैठे गणमान्य व्यक्तियों के पास से गुजरे.
ध्वजवाहक धर्मबीर नैन और प्रीति पाल के नेतृत्व में लगभग 10 भारतीयों ने परेड में भाग लिया.
दिल्ली के डांस ग्रुप ‘वी आर वन’ ने मशहूर ‘जय हो’ गीत पर प्रस्तुति दी, जिनमें से कई व्हीलचेयर पर थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के एक भाग में भांगड़ा नृत्य और मृदंग के साथ मणिपुरी ‘पुंग चोलोम’ का प्रदर्शन किया गया.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक संदेश भेजा जिसे खेल सचिव हरि रंजन राव ने पढ़ा.
मोदी ने अपने संदेश में कहा, ‘‘भारत को पहली बार विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी करने पर गर्व है। ऐसे समय में जब हमारे देश को खेल और समावेशी राष्ट्र के रूप में मान्यता मिल रही है, इतने बड़े टूर्नामेंट का आयोजन करना हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है.