दुबई
एशिया कप 2025 के ऐतिहासिक फाइनल से पहले पाकिस्तान के मुख्य कोच माइक हेसन ने अपनी टीम को स्पष्ट संदेश दिया है कि वे मैदान के बाहर की राजनीति और विवादों से दूर रहकर सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान दें। भारत और पाकिस्तान पहली बार एशिया कप के फाइनल में आमने-सामने होने जा रहे हैं, और ऐसे में यह मुकाबला बेहद हाई-वोल्टेज माना जा रहा है। पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 11 रन से हराकर फाइनल में जगह बनाई, जहां भारत पहले से मौजूद है।
हेसन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका ध्यान सिर्फ अच्छे क्रिकेट पर है और टीम को भी उसी पर फोकस करना है। उन्होंने कहा कि हाई-प्रेशर मैचों में भावनाएं आना सामान्य है, लेकिन उनकी टीम सिर्फ खेल पर केंद्रित रहेगी। इससे पहले ग्रुप स्टेज में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले के बाद काफी विवाद हुआ था, जब भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया और मैच जीतने के बाद इसे भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित किया था। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कड़ी आपत्ति जताई थी और मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी।
इसके बाद सुपर फोर मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाड़ियों द्वारा भड़काऊ इशारे किए गए। ओपनर साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक के बाद बंदूक चलाने जैसा इशारा किया, वहीं हारिस रऊफ ने दर्शकों की ओर "0-6" का इशारा कर उकसाने की कोशिश की। BCCI ने इन इशारों को लेकर शिकायत दर्ज कराई है, जबकि PCB ने सूर्यकुमार के बयानों पर आपत्ति जताई है। ICC की सुनवाई में सूर्यकुमार को चेतावनी या जुर्माना दिए जाने की संभावना है।
हेसन ने यह भी माना कि ग्रुप स्टेज में उनकी टीम भारत के खिलाफ ढीली रही, लेकिन सुपर फोर मुकाबले में उन्होंने काफी सुधार दिखाया और भारत को दबाव में रखा। उन्होंने कहा कि फाइनल में पाकिस्तान को पूरे मैच में इसी तरह दबाव बनाकर रखना होगा, क्योंकि भारत दुनिया की नंबर 1 टीम है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान इस फाइनल का हकदार है और अब उनका लक्ष्य सिर्फ ट्रॉफी जीतना है।
पाकिस्तान-बांग्लादेश मैच की बात करें तो पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 135 रन बनाए। मोहम्मद हारिस और नवाज़ की साझेदारी ने टीम को संभाला। जवाब में बांग्लादेश की टीम 124 रन पर ही सिमट गई। शाहीन अफरीदी ने 3 विकेट लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
अब सभी की निगाहें इस बहुप्रतीक्षित भारत-पाकिस्तान फाइनल पर टिकी हैं, जिसमें दोनों टीमें न केवल क्रिकेट, बल्कि सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए भी मैदान में उतरेंगी।