ईशा ने महिला एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के पदकों का सूखा खत्म किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 13-09-2025
Isha ends India's medal drought by winning gold in women's air pistol
Isha ends India's medal drought by winning gold in women's air pistol

 

निंगबो (चीन)
 
ओलंपियन और मौजूदा मिश्रित टीम पिस्टल विश्व चैंपियन ईशा सिंह ने शनिवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप राइफल/पिस्टल में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के पदकों के सूखे को खत्म किया।
 
निंगबो ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर में 20 वर्षीय ईशा ने एक रोमांचक फाइनल में स्थानीय खिलाड़ी याओ कियानक्सुन को 0.1 अंक से हराया। दक्षिण कोरिया की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन ओह येजिन ने कांस्य पदक जीता।
 
इस स्पर्धा में यह ईशा का पहला विश्व कप स्वर्ण पदक है और इसने भारत को पदक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंचने में मदद की। भारत के साथ चार और देश एक स्वर्ण पदक के साथ तालिका में संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर है।
 
मेजबान चीन दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है। भारत ने इस टूर्नामेंट में हर स्पर्धा में अपने चौथे से छठे क्रम के निशानेबाजों को उतारा है।
 
ईशा ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं क्योंकि यह पहली प्रतियोगिता थी जिससे मैंने शुरुआत की और इसमें विश्व कप का स्वर्ण पदक जीता।’’
 
उन्होंने आगे की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ हां, जाहिर है कि इस साल की अगली सबसे बड़ी प्रतियोगिता विश्व चैंपियनशिप है। हम इसके लिए बहुत कड़ा अभ्यास कर रहे हैं और मुझे यकीन है कि आपको काहिरा में भारतीय टीम से बहुत अच्छी चीजे देखने को मिलेंगी।’’
 
ईशा और उनकी साथी रिदम सांगवान ने 578 के समान स्कोर के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जिससे उन्हें अंतिम दो उपलब्ध स्थान प्राप्त हुए।
 
याओ ने 584 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि सिर्फ रैंकिंग अंकों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही भारत की पलक गुलिया ने 586 का स्कोर किया। सुरभि राव 568 के स्कोर के साथ 25वें स्थान पर रहीं।
 
आठ निशानेबाजों के फाइनल में रिदम ने अच्छी शुरुआत की और पहली सीरीज के बाद वह शीर्ष जबकि ईशा दूसरे स्थान पर थीं।
 
एलिमिनेशन के आगे बढ़ने के साथ ही दोनों भारतीय ने धैर्य के साथ अच्छे निशाने साधे। रिदम अपने 15वें निशाने पर 10.8 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर पहुंची लेकिन 18वें निशाने के बाद मुकाबले से बाहर हो गयी।
 
ईशा ने इस बीच अपनी लय बनाए रखी और निर्णायक चरणों में 10.7 के दो शॉट लगाकर याओ पर मामूली बढ़त बनाये रखी। उन्होंने 242.6 के अंतिम स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जो चीन की निशानेबाज से केवल 0.1 अंक अधिक था।
 
अन्य परिणामों में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल में भावेश शेखावत 22वें जबकि प्रदीप सिंह शेखावत 23वें स्थान पर रहे। मनदीप सिंह 39वें स्थान पर रहे।