जकार्ता. इंडोनेशिया के अधिकारियों ने शनिवार को पूर्वी जावा प्रांत में फुटबॉल मैच के बाद मची भगदड़ की जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच दल का गठन किया है. यह जानकारी राजनीतिक, कानूनी और सुरक्षा मामलों के समन्वय मंत्री महफूद एमडी ने सोमवार को दी. तथ्य-खोज टीम का नेतृत्व करने वाले मंत्री ने एक आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, "टीम को सीधे राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा भगदड़ के कारणों का पता लगाने के लिए कहा गया है, जिसमें 125 लोग मारे गए और कम से कम 320 अन्य घायल हो गए. पता लगाना है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है."
महफूद ने कहा, "यह टीम एक महीने तक काम करेगी. सभी परिणाम और सिफारिशें सीधे राष्ट्रपति को भेजी जाएंगी." उन्होंने कहा कि, टीम के सदस्यों में संबंधित मंत्रालयों और सरकारी संस्थानों, पेशेवर फुटबॉल संगठनों, पर्यवेक्षकों, शिक्षाविदों और जनसंचार माध्यमों के अधिकारी शामिल हैं. महफूद ने कहा कि, "टीम गठित करने के अलावा, विडोडो ने देश की पुलिस और सैन्य संस्थानों को क्रमश: अपने अधिकारियों और सैनिकों की जांच करने का निर्देश दिया था, जो कथित तौर पर भगदड़ में शामिल थे."
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, "इंडोनेशियाई पुलिस की जम कर आचोलना हो रही है, कई लोगों का मानना है कि भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागने के बाद भगदड़ मच गई." महफूद ने कहा, "तीन दिनों में, राष्ट्रीय पुलिस को अपने क्षेत्रीय संरचनात्मक अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए, जहां घटना हुई थी. पुलिस को तुरंत सभी संभावित अपराधियों के संदिग्धों का नाम लेना चाहिए." उन्होंने कहा, "इस बीच, इंडोनेशियाई सेना को प्रतिबंध लगाना चाहिए और अपने सभी सैनिकों की जांच करनी चाहिए, जिन्होंने भगदड़ को भड़काने वाले अनावश्यक उपाय किए."