भारत को अब भी आदर्श एकादश की तलाश, शार्दुल और कंबोज हो सकते हैं बाहर

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 28-07-2025
India is still looking for the ideal XI, Shardul and Kamboj may be out
India is still looking for the ideal XI, Shardul and Kamboj may be out

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
इंग्लैंड में पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड में यादगार ड्रॉ हासिल करने के बावजूद भारत तीन दिन बाद ओवल में होने वाले पांचवें और अंतिम मैच से पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश, खासकर सही गेंदबाजी संयोजन की तलाश में है.

भारत ने श्रृंखला के दौरान किसी विशेषज्ञ गेंदबाज की बजाय आठवें नंबर तक बल्लेबाजी करने को प्राथमिकता दी जिस पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं, खासकर तब जब चोटिल नीतीश रेड्डी की जगह खेल रहे शार्दुल ठाकुर से ओल्ड ट्रैफर्ड में केवल 11 ओवर करवाए गए.
 
लेकिन भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में 2014 के बाद पहली बार 600 से अधिक रन दिए, इसलिए पिछले 40 दिन से बेंच पर बैठे हुए कुलदीप यादव जैसे विकेट लेने वाले गेंदबाज को टीम में शामिल करने का मामला पहले से कहीं अधिक मजबूत हो गया है.
 
अंशुल कंबोज का टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण अच्छा नहीं रहा और उनकी जगह पूरी तरह से फिट आकाशदीप या प्रसिद्ध कृष्णा को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का सपना देख रहे होंगे.
 
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने हालांकि रविवार को ड्रॉ के बाद अपने चिरपरिचित आक्रामक लहजे में सभी तेज गेंदबाजों को फिट घोषित कर दिया, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि तेज गेंदबाज, विशेषकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर अब थकान हावी हो रही है.
 
ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में वाशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा भारत के शीर्ष छह बल्लेबाजों में शामिल थे और इन दोनों ने अपने धैर्य का शानदार नमूना पेश करते हुए शतक लगाए और मैच को ड्रा करने में अहम भूमिका निभाई.
 
यदि ओवल में भी यही तरीका अपनाया जाता है तो ध्रुव जुरेल सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आएंगे और भारत शार्दुल ठाकुर को बाहर करके चार विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेल सकता है। शार्दुल का वैसे भी एक गेंदबाज के रूप में पर्याप्त उपयोग नहीं किया जा रहा है.
 
चौथे गेंदबाज के रूप में कुलदीप यादव को शामिल किया जा सकता है क्योंकि पिच से स्पिनरों को मदद मिलने की उम्मीद है या फिर एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को भी शामिल किया जा सकता है.
 
भारतीय टीम प्रबंधन ने स्वयं स्वीकार किया है कि वह कुलदीप को अंतिम एकादश में शामिल करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन आठवें नंबर तक बल्लेबाज रखने की रणनीति के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा है.