भारत ने फिर रचा इतिहास, महिला कबड्डी विश्व कप का खिताब बरकरार

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 25-11-2025
India creates history again, retains Women's Kabaddi World Cup title
India creates history again, retains Women's Kabaddi World Cup title

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

भारत ने चीनी ताइपे को 35-28 से हराकर महिला कबड्डी विश्व कप का खिताब एक बार फिर अपने नाम कर लिया है। शहीद सुहरावर्दी इंडोर स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने खिताब की सफलतापूर्वक रक्षा की। वर्ष 2012 में ईरान को हराकर पहला महिला कबड्डी विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया ने इस जीत के साथ साबित कर दिया कि वह इस खेल की दुनिया में अब भी सबसे मजबूत दावेदार है।

विजय के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ स्टेडियम में उत्साहपूर्ण विजय यात्रा निकाली। पूरा माहौल तालियों, नारों और देशभक्ति के स्वर से गूंज उठा। टीम इंडिया ने लगातार दूसरे विश्व कप खिताब का जश्न नाच-गाकर मनाया और अपनी मेहनत तथा एकजुटता को इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय दिया।

संजू देवी—टूर्नामेंट की सबसे मूल्यवान खिलाड़ी

इस विश्व कप में भारतीय स्टार संजू देवी सुर्खियों में रहीं। न सिर्फ भारत को खिताब दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई, बल्कि उन्हें टूर्नामेंट की सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (MVP) भी चुना गया। उनके शानदार प्रदर्शन ने भारतीय टीम की जीत को और भी खास बना दिया।

बांग्लादेश की स्मृति अख्तर—टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर

बांग्लादेश की टीम भी खाली हाथ नहीं लौटी। उन्होंने टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीतकर अपनी क्षमता और संघर्ष को साबित किया। इसके साथ ही टीम की डिफेंडर स्मृति अख्तर ने पूरे टूर्नामेंट में अपने दमदार प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर का पुरस्कार जीता।

पुरस्कार पाकर भावुक स्मृति ने कहा—
“देश के लिए पदक जीतने से बड़ी कोई खुशी नहीं। ईश्वर की इच्छा से अगले विश्व कप में चैंपियनशिप के लिए लड़ेंगे। हमारी सबसे बड़ी कमी तकनीक, शारीरिकता और फिटनेस में है। अगर हम इसे सुधार लें तो हम जीत सकते हैं। इस टूर्नामेंट के लिए हमने 9 महीने तक तैयारी की और उससे कहीं बेहतर खेल दिखाया।”

चीनी ताइपे के मिन लिन बने सर्वश्रेष्ठ रेडर

समापन समारोह में तीन व्यक्तिगत पुरस्कार दिए गए—

  • सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: संजू देवी (भारत)

  • सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर: स्मृति अख्तर (बांग्लादेश)

  • सर्वश्रेष्ठ रेडर: मिन लिन (चीनी ताइपे)

मिन लिन के प्रदर्शन ने चीनी ताइपे को फाइनल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सम्मान समारोह में दिग्गजों की उपस्थिति

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में युवा एवं खेल मंत्रालय के सचिव मोहम्मद महबूब-उल-आलम ने भारतीय टीम को विजेता ट्रॉफी प्रदान की।

इसके अलावा उपस्थित थे—

  • बांग्लादेश कबड्डी महासंघ के उपाध्यक्ष ब्रिगेडियर जनरल सैयद मोताहर हुसैन और हाफिजुर रहमान

  • महासचिव एसएम नेवाज़ सोहाग

  • एशियाई कबड्डी महासंघ के अध्यक्ष अब्बास अवरसजी

  • प्रो कबड्डी लीग के आयुक्त अनुपम गोस्वामी

  • अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी महासंघ के निदेशक तेजस्वी सिंह गेलत

इन सबकी मौजूदगी ने समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बना दिया।