नई दिल्ली,
वेस्टइंडीज क्रिकेट के प्रसिद्ध ऑलराउंडर बर्नार्ड जूलियन का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। जूलियन ने 1975 के विश्व कप में वेस्टइंडीज की विजेता टीम का हिस्सा रहकर अपनी अमिट छाप छोड़ी थी।
बर्नार्ड जूलियन ने अपने करियर में कुल 24 टेस्ट मैच और 12 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे) मैच खेले। उन्होंने अपने खेल और प्रतिभा से वेस्टइंडीज टीम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही क्षमताएँ टीम के लिए सहायक साबित हुईं।
हालांकि, जूलियन का क्रिकेट करियर कुछ विवादों से भी प्रभावित रहा। वे 1980 के दशक में 'विद्रोही टीम' का हिस्सा बने, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। उस समय दक्षिण अफ्रीका पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध थे, और इस दौरे को लेकर कई देशों ने कड़ी आलोचना की थी। इस कारण वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने जूलियन समेत विद्रोही टीम के सभी खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर समाप्त हो गया।
बर्नार्ड जूलियन की मौत से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए अपने समय में कई यादगार प्रदर्शन किए, जिनकी चर्चा आने वाली पीढ़ियों तक बनी रहेगी।
उनका क्रिकेट और उनकी उपलब्धियाँ हमेशा याद रखी जाएंगी। क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बर्नार्ड जूलियन एक बेहतरीन खिलाड़ी और क्रिकेट के प्रति समर्पित इंसान के रूप में हमेशा जीवित रहेंगे।