शाकिब अल हसन का इरादा साफ़: संन्यास से पहले देश में पूरी सीरीज़ खेलना चाहते हैं

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-12-2025
Shakib Al Hasan wants to play a full series in his country before retiring.
Shakib Al Hasan wants to play a full series in his country before retiring.

 

ढाका

बांग्लादेश क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक शाकिब अल हसन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बिना पूरी घरेलू सीरीज़ खेले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास नहीं लेंगे। शाकिब ने पिछली बार बांग्लादेश की टेस्ट जर्सी भारत में पहनी थी। पिछले साल वह टी20 अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं, जबकि उनकी योजना दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ के बाद लाल गेंद से भी विदाई लेने की थी। लेकिन राजनीतिक परिस्थितियाँ बदलने के कारण वह तब अपने देश वापस नहीं लौट सके।

शाकिब इस समय आईएल टी20 में खेलने के लिए संयुक्त अरब अमीरात में हैं। रविवार के अपने डेब्यू मैच में उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा, लेकिन उनकी टीम ने जीत दर्ज की। इसी दिन मोईन अली के साथ ‘बियर्ड बिफोर विकेट’ पॉडकास्ट में उन्होंने पहली बार खुलकर कहा,“मैंने सभी फ़ॉर्मेट से आधिकारिक रूप से संन्यास नहीं लिया है। मेरी योजना है कि मैं बांग्लादेश वापस जाकर वनडे, टेस्ट और टी20 की पूरी सीरीज़ खेलूँ और उसके बाद संन्यास लूँ।”

उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है संन्यास का क्रम टी20–वनडे–टेस्ट हो, या टेस्ट–वनडे–टी20। उन्होंने कहा,“क्रम मायने नहीं रखता, लेकिन मैं एक पूरी सीरीज़ खेलकर विदाई लेना चाहता हूँ,”

शाकिब मई 2024 के बाद से बांग्लादेश नहीं लौटे हैं। अवामी लीग सरकार के पतन के बाद उन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था, हालांकि जुलाई के विद्रोह के दौरान वह देश में मौजूद नहीं थे। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान और भारत में टेस्ट मैच खेले, जिनमें कानपुर में भारत के खिलाफ खेला गया टेस्ट उनका अब तक का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बांग्लादेश लौटेंगे, तो उन्होंने कहा,“मैं आशावादी हूँ, इसलिए खेल रहा हूँ। मुझे लगता है कि मैं वापसी कर सकता हूँ।”उन्होंने कहा कि घरेलू सीरीज़ उनके लिए अपने प्रशंसकों को विदाई देने और उनके समर्थन का बदला चुकाने का सबसे अच्छा तरीका होगा।

सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, शाकिब अपनी राजनीति को भी जारी रखना चाहते हैं। जनवरी 2024 के संसदीय चुनावों में वह मगुरा से सांसद चुने गए थे। उन्होंने कहा,“मेरा क्रिकेट करियर अंत की ओर है, लेकिन राजनीति में मेरा सफर अभी बाकी है। मैं बांग्लादेश और मगुरा के लोगों के लिए काम करना चाहता हूँ। अब आगे भगवान मेरे लिए क्या रास्ता तय करते हैं, यह देखना होगा।”