हेडिंग्ले में फिर लहराया इंग्लैंड का परचम, आखिरी दिन रचा रोमांच का इतिहास

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 25-06-2025
England's flag resounded again at Headingley, created history of excitement on the last day
England's flag resounded again at Headingley, created history of excitement on the last day

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

 

 

डिंग्ले टेस्ट एक बार फिर रोमांच, संघर्ष और नाटकीय जीत का गवाह बना, जहां इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ 371 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिरी दिन 350 रन बनाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. यह लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में पांचवें दिन हासिल किए गए दूसरे सबसे बड़े स्कोर में शामिल हो गया है.

मैच की शुरुआत भले ही संतुलित रही, लेकिन पांचवें दिन की सुबह से ही इंग्लैंड ने यह साफ कर दिया कि वे परिणाम के लिए खेल रहे हैं. हर सत्र में 100 से अधिक रन की दरकार थी—जो टेस्ट क्रिकेट में असामान्य मानी जाती है—लेकिन इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति ने इसे संभव बना दिया.

सलामी बल्लेबाज़ जैक क्रॉली और बेन डकेट ने तेज़ शुरुआत की और दोनों ने मिलकर 188 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी कर भारत को बैकफुट पर ढकेल दिया. यह भारत के खिलाफ चौथी पारी की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी रही.

क्रॉली शतक से चूक गए, जबकि डकेट ने शानदार 149 रन की पारी खेली, जो कि भारत के खिलाफ उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी रहा.

इसके बाद जो रूट (नाबाद 142) ने इंग्लैंड की पारी को मजबूती दी. उन्होंने शुरू में थोड़ी लड़खड़ाहट के बाद खुद को संभाला और जब भी मौका मिला, गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा. बेन स्टोक्स के साथ उनकी 49 रनों की तेज़ साझेदारी ने भारत की उम्मीदों को पूरी तरह तोड़ दिया.

हालांकि इंग्लैंड को एक समय पैट कमिंस की गेंद पर चार विकेट के रूप में झटका लगा, लेकिन जेमी स्मिथ की आत्मविश्वास भरी बल्लेबाज़ी ने मुकाबले का अंत कर दिया। जडेजा के एक ही ओवर में तीन चौके जड़कर उन्होंने इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत दिलाई.

इससे पहले, भारत ने पहली पारी में 471 रन बनाए थे, जिसमें शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के शतक शामिल थे. जवाब में इंग्लैंड ने 465 रन बनाकर मुकाबले में बराबरी कर ली.

दूसरी पारी में भारत ने फिर से दमदार प्रदर्शन करते हुए 364 रन जोड़े. इस बार केएल राहुल का शतक और ऋषभ पंत का दोहरा शतक खास रहा—पंत इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे विकेटकीपर बने.

भारत ने इंग्लैंड को आखिरी पारी में 371 रन का लक्ष्य दिया था. चौथे दिन के अंत तक इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 21 रन बना लिए थे. लेकिन पांचवें दिन की आक्रामक बल्लेबाज़ी ने मैच को इंग्लैंड की झोली में डाल दिया.

इस जीत ने एक बार फिर साबित किया कि टेस्ट क्रिकेट में रोमांच जिंदा है—और हेडिंग्ले जैसे ऐतिहासिक मैदान पर इतिहास बार-बार खुद को दोहराता है.