आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रुक का मानना है कि पांच मैचों की श्रृंखला के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के साथ मैदान पर हुई छींटाकशी ने उनकी टीम को प्रतिद्वंद्वी से ज्यादा मदद की है.
लॉर्ड्स में तीसरे दिन के खेल की समाप्ति के करीब भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों जैक क्रॉली और बेन डकेट पर हावी थे। उस समय गेंदबाजी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने व्यंग्यात्मक ढंग से क्रॉली के लिए ताली बजाई तो वहीं कप्तान शुभमन गिल ने भी उन्हें तीखे तेवर दिखाये। इंग्लैंड के दोनों बल्लेबाजों ने उस समय देरी करने की रणनीति अपनाई थी.
ब्रुक से जब संवाददाता सम्मेलन में बाकी मैचों में तनाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे बहुत सारी प्रशंसा मिली है। सभी ने कहा कि यह देखना शानदार था। जब हम क्षेत्ररक्षण कर रहे थे तब ऐसा लग रहा था कि यह 11 बनाम दो (खिलाड़ी) है. यह मजेदार था. मुझे स्वीकार करना होगा कि इसका मुझे फायदा होगा। क्षेत्ररक्षण के दौरान हम पर थकान हावी हो रही थी लेकिन इसने मैच को मजेदार बना दिया.’’
ब्रुक ने हालांकि जोर देकर कहा कि इस मामले में सीमाएं नहीं लांघी जायेंगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम खेल भावना के साथ जितना हो सके खेलने की कोशिश करते हैं. उन लड़कों (डकेट और क्रॉली) ने बुमराह के इकलौते ओवर का सामना करने के लिए कड़ी मेहनत की थी.’
ब्रुक ने कहा कि लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट में भारत के ‘उकसावे’ से इंग्लैंड को फायदा हुआ.