आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ और रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम के दूरदर्शी नेतृत्व में सेंटर फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (सीआईई) ने वर्ल्ड यूथ स्किल्स डे 2025 को समर्पित कई प्रभावशाली कार्यक्रमों का आयोजन किया. यह दिवस विश्व स्तर पर युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और नवाचार के लिए आवश्यक कौशल से सशक्त बनाने के महत्व को रेखांकित करने के लिए हर वर्ष 15 जुलाई को मनाया जाता है.
इस वर्ष सीआईई ने 15 जुलाई से आगे बढ़ते हुए 18 जुलाई 2025 को “From Idea to Impact: Global Insights for Start-up Founders” विषय पर एक विशेष एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया. यह कार्यक्रम सीआईई, जेएमआई के लिवलिहुड बिज़नेस इनक्यूबेटर के बोर्डरूम में हुआ.
मुख्य वक्ता के रूप में श्री विजय के. श्रीवास्तव (वीजे), सीईओ – IAEGlocal Worldwide एवं स्टार्टअप मेंटर (पापुआ न्यू गिनी में निवासरत) ने युवाओं को नवाचार, बिजनेस ग्रोथ और वेंचर सस्टेनेबिलिटी के वैश्विक दृष्टिकोण साझा किए. इस सत्र में स्टार्टअप संस्थापकों, नवोदित उद्यमियों, इनोवेटर्स और स्किल-बेस्ड कोर्स के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
इस अवसर पर सीआईई के निदेशक प्रो. रिहान खान सूरी ने कहा,“कौशल विकास और उद्यमिता किसी भी मजबूत और समावेशी अर्थव्यवस्था के दो स्तंभ हैं. सीआईई का उद्देश्य युवाओं को वास्तविक जीवन कौशल, हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग और उद्यमी सोच के माध्यम से सशक्त बनाना है.
हम हर शिक्षार्थी को एक संभावित नवप्रवर्तक और रोजगार सृजनकर्ता के रूप में तैयार करना चाहते हैं. साझेदारियों, मेंटरिंग और इनक्यूबेशन के जरिए हम एक ऐसे इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं, जहां कौशल अवसरों से मिलते हैं और नवाचार प्रगति की दिशा तय करता है.”
15 जुलाई को आयोजित पहले कार्यक्रम में श्री साजिद अहमद, ट्रस्टी – Hundard Laboratories Ltd., ने सीआईई कैंपस का दौरा किया और अल्पावधि व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़े छात्रों के साथ संवाद किया.
इस दौरान बेकरी, टेलरिंग और ब्यूटीशियन ट्रेनिंग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एक डायनेमिक स्किल प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें 100 से अधिक छात्रों ने लाइव डेमोंस्ट्रेशन के जरिए अपनी रचनात्मकता और उद्यमी कौशल का प्रदर्शन किया. श्री साजिद ने प्रतिभागियों के नवाचार, उत्साह और आत्मनिर्भरता की भावना की सराहना करते हुए जामिया के कौशल-आधारित शिक्षा मॉडल को सराहा.
इसके अलावा, एनएएसकॉम सेक्टर स्किल्स काउंसिल (SSC) की प्रतिनिधि सुश्री कमना जैन के साथ एक रणनीतिक बैठक भी हुई, जिसमें भविष्य की डिजिटल तकनीक एवं उभरते रोजगार क्षेत्रों के अनुरूप सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की गई.
इसमें सीआईई के पाठ्यक्रम को उद्योग की बदलती जरूरतों से जोड़ने, एडवांस टेक्नोलॉजी को शामिल करने और भविष्य की नौकरी बाजार के लिए तैयार प्रतिभा विकसित करने की योजनाओं पर सहमति बनी.
ये सभी पहलें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उन उद्देश्यों को मजबूत करती हैं, जो अनुभव-आधारित सीख, उद्योग-एकीकरण और उद्यमिता-प्रधान विकास को भारत के युवाओं के लिए नई दिशा देते हैं.