दुबई।
पूर्व इंग्लिश तेज गेंदबाज और मौजूदा दुबई कैपिटल्स ऑलराउंडर डेविड विली ने कहा है कि इंग्लैंड का आक्रामक ‘बाज़बॉल’ खेल बेहद रोमांचक और खेल को बदलने वाला है, लेकिन कभी-कभी यह रणनीति मैच की परिस्थितियों को नज़रअंदाज़ कर देती है।इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज़ में 0-2 से पीछे है।
एएनआई से बातचीत में विली ने कहा कि आक्रामक रवैया अच्छा है, लेकिन खिलाड़ियों को यह समझना होगा कि किन मौकों पर संयम ज़रूरी है।
उन्होंने कहा,“बाज़बॉल शब्द खिलाड़ियों से ज़्यादा मीडिया द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इंग्लैंड जिस तरह खेल रहा है, वह शानदार है—वे खेल पर असर डालना चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है कि वे बहुत आगे निकल जाते हैं और मैच की परिस्थिति के अनुसार जिम्मेदारी नहीं लेते। स्टोक्स ने भी इसे स्वीकार किया है और मुझे भरोसा है कि टीम आगे के मैचों में इसे सुधारने की कोशिश करेगी।”
इंग्लैंड दोनों टेस्ट आठ विकेट से हारा। पर्थ टेस्ट में टीम 76/3 पर मजबूत दिख रही थी, लेकिन अगले सात विकेट सिर्फ 88 रन में गिर गए और टीम 164 पर सिमट गई।
विली ने कहा कि इंग्लैंड ने दोनों मैचों में महत्वपूर्ण क्षण खो दिए, और अगर तीसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी की होती, तो नतीजे अलग हो सकते थे।
उन्होंने कहा,“अगर पर्थ में तीसरी पारी बेहतर खेली होती, इंग्लैंड मैच जीत सकता था। दूसरे टेस्ट में भी अहम मौकों पर मैच हाथ से फिसला। टीम को यह पहचानना होगा कि कब दबाव झेलना है और कब आक्रामक होना है।”
आईपीएल अनुभव पर बात करते हुए विली ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की तुलना की।उन्होंने कहा कि CSK का ढांचा बेहद सुव्यवस्थित है, जहाँ धोनी और फ्लेमिंग क्रिकेट संचालन को नियंत्रित रखते हैं।
वहीं RCB के बारे में उन्होंने कहा,“मेरे अनुभव में RCB में कभी-कभी बहुत ज़्यादा लोग फैसले लेने में शामिल थे। हालांकि यह एक बड़ा बिज़नेस सेटअप भी है। दोनों टीमों के साथ समय शानदार रहा और दोनों अपनी तरह से बेहतरीन फ्रेंचाइज़ी हैं।”