आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
भारत के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने दुबई में खेले गए अंडर-19 एशिया कप 2025 के उद्घाटन मैच में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया। महज 14 साल की उम्र में उन्होंने 95 गेंदों में 171 रन की धमाकेदार पारी खेली और भारत को 433/6 के रिकॉर्ड स्कोर तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई। यह उनके 2025 का छठा शतक था और उन्हें दोहरे शतक से बस एक शॉट की दूरी पर रहना पड़ा। उनकी इस पारी में 9 चौके और 14 छक्के शामिल थे। सूर्यवंशी ने शुरुआत तो सावधानी से की, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपना रिदम पकड़ा, गेंदबाज उनके सामने टिक नहीं पाए। उन्होंने 30 गेंदों में अर्धशतक और सिर्फ 56 गेंदों में शतक पूरा किया। 150 रन उन्होंने 84 गेंदों में पूरे किए और लगातार बड़े शॉट लगाते हुए दोहरे शतक की ओर बढ़ते रहे, लेकिन 171 पर एक स्कूप शॉट में चूक गए और बोल्ड हो गए।
वैभव सूर्यवंशी का यह वर्ष वास्तव में शानदार रहा है। इस साल उन्होंने इंग्लैंड में युथ वनडे शतक लगाया और घरेलू क्रिकेट में भी अपनी तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। हाल ही में उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ 57 गेंदों पर नाबाद 108 रन बनाए थे, जिसमें सात-छह छक्के और सात चौके शामिल थे। बिहार के लिए खेलते हुए उनकी यह पारी टीम को 176/3 तक ले गई थी। इसके अलावा Rising Stars Asia Cup में भी सूर्यवंशी ने धमाका किया था। वहां उन्होंने 239 रन, जिसमें एक 32-बॉल का शतक शामिल था, और 243.87 के स्ट्राइक रेट के साथ खेला। उनकी बल्लेबाजी इतनी तेज और प्रभावशाली थी कि वे हर युवा क्रिकेट प्रेमी की नजरों में तुरंत स्टार बन गए।
सूर्यवंशी ने मात्र 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और उसके बाद IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए शानदार प्रदर्शन कर अपनी क्षमता साबित की। IPL 2025 में उन्होंने 252 रन बनाए और 206.55 के स्ट्राइक रेट के साथ 38 गेंदों में शतक जड़ा। यह IPL इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक था और इस पारी के साथ वे टूर्नामेंट के सबसे युवा शतक लगाने वाले खिलाड़ी भी बन गए।
यूएई के खिलाफ मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी, और वैभव सूर्यवंशी की पारी ने टीम को शुरुआत से ही मजबूती दी। उनके अलावा एरॉन जॉर्ज और विहान मल्होत्रा ने भी 69-69 रन बनाए और अंत में कुंडू और कनिष्क चौहान ने तेज तर्रार पारी खेलकर टीम को 400 के पार पहुँचाया। भारत पहली बार U-19 एशिया कप में 400 रन का आंकड़ा पार करने वाली टीम बना। भारत की टीम ने इस मैच में कुल 433/6 रन बनाए, जिसमें सूर्यवंशी के 171, जॉर्ज और मल्होत्रा के 69-69 रन और चौहान के 28 रन शामिल थे।
वैभव सूर्यवंशी ने इस पारी में न केवल अपने दमदार हिट दिखाए, बल्कि उनकी बल्लेबाजी की परिपक्वता और गेंदबाजों को पढ़ने की समझ भी दर्शाई। शॉट सिलेक्शन, स्ट्राइक रोटेशन और पावर हिटिंग ने उन्हें अपने समकालीन खिलाड़ियों से कई स्तर ऊपर खड़ा कर दिया। उनका खेल सिर्फ रन बनाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने टीम को मानसिक बढ़त भी दी। इससे साफ पता चलता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य बेहद उज्ज्वल है और वैभव सूर्यवंशी उसका चमकता सितारा हैं।
इस मैच ने यह भी दिखाया कि सूर्यवंशी की बल्लेबाजी केवल घरेलू या IPL तक सीमित नहीं है। उनकी खेल शैली, तेज़ रिफ्लेक्स, बड़े शॉट मारने की क्षमता और मैच को पढ़ने की समझ उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े खिलाड़ी की श्रेणी में ला सकती है। महज 14 साल की उम्र में इतने बड़े स्कोर बनाना, दोहरे शतक के करीब पहुंचना और टीम को रिकॉर्ड स्कोर तक पहुँचाना इस युवा खिलाड़ी की प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिचायक है। वैभव सूर्यवंशी का यह नाम अब भारतीय क्रिकेट की युवा पीढ़ी में सबसे बड़े स्टार के रूप में लिया जाएगा, और आने वाले समय में उनके प्रदर्शन पर सबकी नजरें रहेंगी।
इस पारी ने केवल रिकॉर्ड बनाए ही नहीं, बल्कि युवा क्रिकेट प्रेमियों और आलोचकों दोनों को यह दिखा दिया कि भारत के पास न केवल भविष्य है, बल्कि एक ऐसा युवा खिलाड़ी है जो हर मंच पर धमाल मचा सकता है। U-19 एशिया कप में वैभव सूर्यवंशी की यह पारी उनके करियर की एक और यादगार उपलब्धि बन गई है, और भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक संकेत है कि आने वाले वर्षों में वे बड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकते हैं।