तोक्यो
गत चैम्पियन नीरज चोपड़ा विश्व चैम्पियनशिप की पुरुष भालाफेंक फाइनल स्पर्धा में अपने खिताब का बचाव करने में असफल रहे और 84.03 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ आठवें स्थान पर रहे। यह परिणाम उनके प्रशंसकों और भारतीय एथलेटिक्स जगत के लिए एक झटका है।
चोपड़ा चौथे थ्रो के बाद आठवें स्थान पर थे। प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, केवल शीर्ष छह प्रतियोगी ही छठे और अंतिम दौर में प्रवेश करते हैं। पाँचवें थ्रो में उन्होंने एक फाउल किया, जिसके बाद वह स्पर्धा से बाहर हो गए। उनका प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा, क्योंकि वह पिछले साल के स्वर्ण पदक विजेता और ओलंपिक पदक धारक थे।
इस बीच, उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी और ओलंपिक चैंपियन, पाकिस्तान के अरशद नदीम भी निराशाजनक प्रदर्शन के बाद चौथे दौर में ही बाहर हो गए, जिससे वह भी पदक की दौड़ से बाहर हो गए।
हालांकि, भारत के लिए एक सकारात्मक खबर यह रही कि युवा खिलाड़ी सचिन यादव ने प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाए रखी। सचिन ने 86.27 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहते हुए अंतिम दौर में जगह बनाई है। यह प्रदर्शन भारत के लिए कुछ उम्मीदें जगाता है, जबकि देश के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को इस बार आठवें स्थान से ही संतोष करना पड़ा। इस परिणाम के बाद, नीरज और उनकी टीम को अगले मुकाबलों के लिए अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा।