पेरिस
फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में भारत के युकी भांबरी और उनके अमेरिकी जोड़ीदार रॉबर्ट गैलोवे ने पुरुष युगल के पहले दौर में शानदार जीत दर्ज की, जबकि भारतीय खिलाड़ी ऋत्विक बोलीपल्ली को कोलंबियाई साथी निकोलस बैरिएंटोस के साथ हार का सामना करना पड़ा.
भांबरी और गैलोवे ने डच खिलाड़ी रोबिन हासे और जर्मनी के हेंड्रिक जेबेन्स की जोड़ी को कड़े मुकाबले में 6-3, 6-7(8), 6-3 से शिकस्त दी. यह मुकाबला काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा, जिसमें भांबरी का प्रदर्शन निर्णायक साबित हुआ.
मैच के दौरान भांबरी नेट पर बेहद सक्रिय नजर आए और उन्होंने कई शानदार वॉली विनर्स जमाए। बैकलाइन से भी उनके स्ट्रोक्स दमदार रहे और उनका कोर्ट कवरेज देखने लायक था.
दूसरे सेट के टाई-ब्रेक में उन्होंने दो सेट प्वाइंट बचाए और एक मैच प्वाइंट भी बनाया, लेकिन उनका फोरहैंड नेट में चला गया जिससे हासे और जेबेन्स मैच को तीसरे सेट तक ले गए.
निर्णायक सेट में भांबरी-गैलोवे ने शानदार वापसी करते हुए जेबेन्स की सर्विस तोड़ी और 3-1 की बढ़त बनाई। अंततः भांबरी की वॉली विनर के साथ मुकाबले का अंत हुआ.
दूसरी ओर, ग्रैंडस्लैम मुख्य ड्रॉ में पहली जीत की उम्मीद लगाए बैठे बोलीपल्ली को निराशा हाथ लगी. बोलीपल्ली और बैरिएंटोस की जोड़ी को कनाडा के गैब्रियल डायलो और ब्रिटेन के जैकब फर्नले ने मात्र 56 मिनट में 6-0, 6-2 से मात दी.
मैच में बोलीपल्ली और बैरिएंटोस को सर्विस और रिटर्न दोनों में परेशानी का सामना करना पड़ा। शुरुआती सेट में ही डायलो-फर्नले की जोड़ी ने 4-0 की बढ़त बना ली. पहले सेट में दो सेट प्वाइंट हासिल कर उन्होंने आसानी से बढ़त हासिल की.
दूसरे सेट में बैरिएंटोस ने अपनी सर्विस बचाई, लेकिन बोलीपल्ली डबल फॉल्ट कर बैठे और दबाव में आ गए. आखिरी गेम में बैरिएंटोस डायलो के दमदार फोरहैंड का रिटर्न नहीं दे सके और एक वाइड शॉट के साथ मैच गंवा बैठे.
अब भारत की उम्मीदें युकी भांबरी के साथ-साथ रोहन बोपन्ना और एन. श्रीराम बालाजी पर टिकी हैं, जो पुरुष युगल के अगले दौर में हिस्सा लेंगे.