आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
एथलेटिक्स में, भारत के ज्योति याराजी और अविनाश साबले ने आज दक्षिण कोरिया के गुमी में 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने-अपने स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने के लिए शानदार प्रदर्शन किया. साबले ने पुरुषों की 3,000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा का खिताब 8 मिनट 20.92 सेकंड के सीजन के सर्वश्रेष्ठ समय के साथ जीता.
इस जीत के साथ, दो बार के ओलंपियन और मौजूदा एशियाई खेलों के चैंपियन एशियाई चैंपियनशिप में स्टीपलचेज स्वर्ण जीतने वाले 36 वर्षों में पहले भारतीय पुरुष बन गए. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष के रूप में हरबंस सिंह (1975) और दीना राम (1989) के साथ शामिल हो गए. दोहा में 2019 संस्करण में रजत जीतने वाले साबले इस स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक भी हैं. भारत की सबसे तेज महिला बाधा दौड़ खिलाड़ी याराजी ने दौड़ में देर से बढ़त हासिल की और जीत हासिल की तथा इतिहास को फिर से लिखा.
ज्योति और सेबल के शानदार प्रदर्शन के बाद, जिस्ना मैथ्यू, रूपल चौधरी, कुंजा राजिता और सुभा वेंकटेशन की चौकड़ी ने महिलाओं की 4×400 मीटर रिले में 3:34.18 के सीजन के सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जिससे महाद्वीपीय चैंपियनशिप के तीसरे दिन भारत का दबदबा कायम रहा. यह इस स्पर्धा में भारत का कुल 10वां स्वर्ण पदक था. इसके साथ ही भारत ने आज तीन स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता, जिससे उसके कुल पदकों की संख्या 14 हो गई.