आयुष शेट्टी ने ब्रायन यांग को हराकर यूएस ओपन बैडमिंटन खिताब जीता

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-06-2025
Ayush Shetty defeats Brian Yang to win US Open badminton title
Ayush Shetty defeats Brian Yang to win US Open badminton title

 

मुंबई /शिवानी नाइक

भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी आयुष शेट्टी ने अमेरिका के आयोवा में आयोजित यूएस ओपन 2025 में दमदार प्रदर्शन करते हुए कनाडा के ब्रायन यांग को हराकर अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीत लिया है.

6 फुट 4 इंच लंबे और 20वर्षीय आयुष, जो अब भारत के नंबर दो पुरुष सिंगल्स खिलाड़ी बन चुके हैं, ने फाइनल मुकाबले में 21-18, 21-13से जीत दर्ज की. मैच महज़ 47मिनट चला, लेकिन शेट्टी की तेज, सटीक और आक्रामक शैली ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया.

आक्रामक खेल, आत्मविश्वास और संयम

शेट्टी का एक क्रॉस कोर्ट स्मैश, जिसने कोर्ट की पूरी तिरछी लंबाई नापी, इस फाइनल का निर्णायक पल बना. उनकी खेल शैली डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन जैसी नजर आई—ऊंचा कद, लंबी पहुंच और भारी स्मैश.

ब्रायन यांग भले ही मशहूर जंप-स्मैशर हों, लेकिन इस मैच में वे आयुष के सामने टिक नहीं सके। यांग की हवाई कोशिशें और डीप लिफ्ट बार-बार बाउंड्री से बाहर जाती रहीं, जबकि शेट्टी ने शटल की दिशा का शानदार अनुमान और नियंत्रण दिखाया.

जख्मी घुटने, मगर हौसला कायम

मैच के दौरान शेट्टी का दायां घुटना चोटिल हो गया और उन्हें दो बार मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ी. 16-14 के स्कोर पर इलाज के बाद उन्होंने वापसी करते हुए एक शक्तिशाली स्मैश के साथ 19-16 की बढ़त बनाई.

पहला गेम 21-18 से जीतने के बाद, दूसरे गेम में शेट्टी ने शुरुआती 11-6 की बढ़त बनाई। हालांकि, यांग ने उनके बैकहैंड फ्लैंक को निशाना बनाकर वापसी की कोशिश की और स्कोर 11-13 तक ले आए. लेकिन शेट्टी ने शरीर के पास किए गए शॉट्स और तेज ड्रॉप्स से एक के बाद एक अंक बटोरते हुए यांग की उम्मीदों को धराशायी कर दिया.

इनाम कम, पर उपलब्धि ऐतिहासिक

हालांकि यूएस ओपन, जो कि BWF सुपर 300 इवेंट है, का इनाम केवल 18,000 अमेरिकी डॉलर था, लेकिन यह जीत आयुष शेट्टी के लिए बेहद कीमती है. पिछले साल ताइवान ओपन के फाइनल में हारने के बाद यह खिताब उनके करियर की नई शुरुआत बन गया है.

भारत के लिए नई उम्मीद

आयुष शेट्टी की यह जीत न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के लिए पुरुष सिंगल्स में एक नई उम्मीद की किरण है. उनके जैसा लंबा, आक्रामक और रणनीतिक खिलाड़ी भारत को बैडमिंटन की दुनिया में फिर से एक ताकत बना सकता है.