Australian fast bowler Mitchell Starc has announced his retirement from T20 International cricket
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने और 2027 के एकदिवसीय विश्व कप की तैयारी के लिए इस छोटे प्रारूप को छोड़ने का फैसला किया है।
अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बाएँ हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों में से एक माने जाने वाले 35 वर्षीय स्टार्क ने ऑस्ट्रेलिया की हालिया टी20 सीरीज़ के बाद अपने इस फ़ैसले की घोषणा की और पुष्टि की कि वह अगले टी20 विश्व कप का हिस्सा नहीं होंगे, जो 2026 की शुरुआत में भारत और श्रीलंका में आयोजित होने वाला है।
कार्यभार प्रबंधन हेतु एक कदम
स्टार्क ने बताया कि टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देना हमेशा से उनका मुख्य ध्यान रहा है और यह फ़ैसला उन्हें अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमता के चरम पर बने रहने में मदद करेगा। स्टार्क ने कहा, "टेस्ट क्रिकेट हमेशा से मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है।"
ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं ने उनके इस फ़ैसले का समर्थन किया और लाल गेंद वाली टीम के लिए स्टार्क के अपार महत्व और लंबे प्रारूप की महत्वाकांक्षाओं को स्वीकार किया। इस तेज गेंदबाज से आगामी टेस्ट दौरों में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है, जिसमें 2027 में विदेशी एशेज श्रृंखला और भारत तथा दक्षिण अफ्रीका के चुनौतीपूर्ण दौरे शामिल हैं।
एक शानदार टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर
मैच/विकेट: 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय, 79 विकेट - किसी ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज द्वारा सर्वाधिक और ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल मिलाकर दूसरा।
सर्वश्रेष्ठ आंकड़े: 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 4/20।
प्रमुख उपलब्धि: ऑस्ट्रेलिया की 2021 टी20 विश्व कप विजेता टीम का सदस्य।
अंतिम उपस्थिति: कैरिबियन में 2024 टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया।
उनकी घातक स्विंग, गति और महत्वपूर्ण क्षणों में यॉर्कर फेंकने की क्षमता ने उन्हें सबसे छोटे प्रारूप में एक खतरनाक गेंदबाज बना दिया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए निहितार्थ
स्टार्क के जाने से ऑस्ट्रेलिया की टी20 गेंदबाजी लाइनअप में एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है। 2026 टी20 विश्व कप से पहले चयनकर्ताओं द्वारा जोश हेज़लवुड जैसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ों और नाथन एलिस, सीन एबॉट और ज़ेवियर बार्टलेट जैसी उभरती प्रतिभाओं के बीच बारी-बारी से चयन किए जाने की संभावना है।
हालांकि स्टार्क ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास ले लिया है, फिर भी वह आईपीएल जैसी घरेलू टी20 लीग में खेलने के लिए तैयार हैं, जहाँ उनकी अभी भी काफी मांग है।
टेस्ट में सफलता और 2027 वनडे विश्व कप पर नज़र
इस साल की शुरुआत में, स्टार्क ने अपने 100वें टेस्ट में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले चौथे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ बनकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। अब उनका ध्यान ऑस्ट्रेलिया के व्यस्त टेस्ट कैलेंडर के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने और दक्षिण अफ्रीका, ज़िम्बाब्वे और नामीबिया में होने वाले 2027 वनडे विश्व कप में टीम को अपना खिताब बचाने में मदद करने पर है।
पहले ही दो एकदिवसीय विश्व कप (2015 और 2023) जीत चुके स्टार्क तीसरे खिताब के लिए प्रयासरत होंगे और ऑस्ट्रेलिया के महानतम तेज गेंदबाजों में से एक के रूप में अपनी विरासत को और मजबूत करेंगे।
एक रणनीतिक निर्णय
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का स्टार्क का फैसला उनके कार्यभार को कम करने और अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए एक समझदारी भरा कदम है। उन्होंने सबसे छोटे प्रारूप में एक मजबूत छाप छोड़ी है और अब वे अपना पूरा ध्यान उन प्रारूपों पर केंद्रित करेंगे जिनकी उन्हें सबसे अधिक परवाह है।
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से मिशेल स्टार्क का बाहर होना एक युग का अंत है, लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट और 2027 के एकदिवसीय विश्व कप के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बनाए रखने की उनकी प्रतिबद्धता का भी संकेत देता है, जहाँ उनका लक्ष्य अपने पहले से ही शानदार करियर में और इजाफा करना है।